ब्रेकिंग
कोयला खदानों और बांगो बांध से विस्थापन का दर्द, SECL को अदानी को सौंपने की तैयारी: आलोक शुक्ला हवन कुंड बना मौत का कारण! घी डालने के लिए झुकी महिला की ओढ़नी में लगी आग, भीषण रूप से झुलसने के बाद ... केजरीवाल का गुजरात सरकार पर बड़ा हमला: 'किसानों के दमन में जुटी', AAP के 2 नेताओं की गिरफ्तारी पर गर... जैसलमेर बस हादसा: मृतकों की संख्या पर बड़ा सवाल! 22 शव निकालने के बाद भी बस में मिले कंकाल, आखिर कित... पहली बार छलका नीलम गिरी का दर्द! शादी-तलाक पर बोलीं भोजपुरी एक्ट्रेस- 'कभी खुशी का एक पल नसीब नहीं ह... विराट कोहली का बड़ा फैसला! ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले करोड़ों की प्रॉपर्टी बड़े भइया को सौंपी, क्या है... 'धर्म' को बचाने की लड़ाई: इंग्लैंड में 40 साल पुराने हिंदू मंदिर पर मंडराया खतरा, कम्युनिटी ने शुरू ... त्योहारी सीजन में SpiceJet का तोहफा: दिवाली-छठ के लिए बिहार रूट पर नई उड़ानें शुरू, यात्रियों को मिल... AI वीडियो वॉर हुआ शुरू! गूगल का नया टूल Veo 3.1 लॉन्च, OpenAI के Sora 2 को देगा सीधी टक्कर, जानें क्... दिवाली से पहले की अमावस्या है बेहद खास! नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए अपनाएं ये अचूक और सरल उप...
दिल्ली/NCR

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शराब कारोबारी गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में ब्रिंडको सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अमनदीप ढाल को गिरफ्तार किया है। बृहस्पतिवार को ईडी के अधिकारियों ने बताया कि शराब नीति घोटाले में चल रही जांच के तहत व्यवसायी की गिरफ्तारी हुई है।

ढाल को बुधवार की रात को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत पूछताछ के बाद हिरासत में लिया है। गुरुवार को उन्हें दिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी हिरासत मांगेगी।

सीबीआई के अनुसार, आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी विजय नायर, मनोज राय, अमनदीप ढल और समीर महंदरू वर्ष 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति बनाने और लागू करने में सक्रिय रूप से शामिल थे। आबकारी नीति में सीबीआई जांच के बाद मनी लॉन्डिंग का मामला सामने आने के बाद ईडी भी जांच में जुट गई।

अब तक, ईडी ने इस मामले में दो चार्जशीट या अभियोजन पक्ष की शिकायतें दायर की हैं और ढल सहित कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। आबकारी नीति को पिछले साल अगस्त में खत्म कर दिया गया था। फिर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सरकारी अधिकारियों, नौकरशाहों और शराब व्यापारियों द्वारा की गई कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीबीआई से सिफारिश की थी।

 

Related Articles

Back to top button