ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कल गुरुवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के साथ 100 साल के साझेदारी समझौते (partnership agreement) पर हस्ताक्षर किए, जो यूरोपीय समर्थन का एक हिस्सा है और रूस के साथ करीब तीन साल से चल रहे युद्ध में यूक्रेन की मदद करने का वादा करता है. यह घोषणा ऐसे समय की गई है जब अमेरिका में कुछ दिनों में सत्ता परिवर्तन होने वाला है. हालांकि कीव में समझौते के दौरान रूस की ओर से राष्ट्रपति भवन पर ड्रोन उड़ाए गए.
डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं, वह इस जंग के खिलाफ हैं. उनका मानना है कि यूरोप में अमेरिका का सैन्य बोझ कहीं ज्यादा है और उनका कहना है कि उनके पास दूसरे वर्ल्ड वॉर के बाद महाद्वीप के सबसे बड़े जंग को समाप्त करने की योजना है.
अगले 100 सालों के लिए साथः स्टारमर
स्टारमर ने कीव की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की से कहा, “हम आपके साथ न केवल आज या कल, इस साल या अगले साल के लिए हैं, बल्कि अगले पूरे 100 साल तक के लिए हैं. इस भयानक युद्ध के खत्म होने के बाद यूक्रेन एक बार फिर से समृद्ध राष्ट्र होगा.” उन्होंने यह भी वादा किया कि ब्रिटेन यूक्रेन की युद्ध के बाद की सुरक्षा की गारंटी देने में “अपनी भूमिका निभाएगा”.
दूसरी ओर ब्रिटिश पीएम स्टारमर जब कीव में राष्ट्रपति भवन में थे तब रूस ने इस यात्रा पर को लेकर कड़ा रिएक्शन दिया और उसके ऊपर आसमान में एक ड्रोन उड़ाया. स्टारमर यूक्रेन के अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने गए थे. पिछले जुलाई में चुनाव जीतने के बाद सर कीर की यह पहली कीव यात्रा थी.
… ऊपर उड़ रहे थे रूसी ड्रोन
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में विमान-रोधी गोलियों (anti-aircraft gunfire) की आवाज सुनाई दे रही थी, क्योंकि हवाई सायरन संभावित ड्रोन हमलों की चेतावनी दे रहे थे. हालांकि यूक्रेन में हवाई सायरन बजाना आम बात है, लेकिन राष्ट्रपति भवन के ऊपर आसमान से ड्रोन का उड़ना एक दुर्लभ घटना थी. यूक्रेन की ओर से एक ड्रोन को मार गिराया गया, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का मानना है कि कम से कम दो ड्रोन उड़ रहे थे और उन्हें शक है कि वे संभवतः निगरानी ड्रोन थे, क्योंकि जो ड्रोन गिराया गया, वह नहीं फटा.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर ने कहा कि 100 साल वाले यह ऐतिहासिक करार दोनों पक्षों को रक्षा पर सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध करता है – खासतौर से बाल्टिक सागर, काला सागर और आजोव सागर में रूसी गतिविधियों के खिलाफ समुद्री सुरक्षा – और ड्रोन सहित कई प्रौद्योगिकी परियोजनाओं पर, जो युद्ध में दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण हथियार बन गए हैं. इस संधि के तहत देश के कब्जे वाले हिस्सों से रूस द्वारा निर्यात चोरी किए गए यूक्रेनी अनाज को भी ट्रैक करने में मदद करने के लिए एक प्रणाली भी शामिल है.
पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन के गठबंधन और नाटो में संभावित भावी सदस्यता ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को खफा कर दिया है, जो अभी भी स्वतंत्र राष्ट्र पर अपना प्रभुत्व बनाए रखना चाहते हैं.
4 शहरों में गिरा ड्रोन का मलबा
जब पीएम स्टारमर राष्ट्रपति भवन में जेलेंस्की से मिल रहे थे, तो शहर प्रशासन प्रमुख तैमूर तकाचेंको के अनुसार, यूक्रेनी हवाई सुरक्षा की ओर से मार गिराए गए रूसी ड्रोन का मलबा कीव के कम से कम चार जिलों में गिरा. एक बारोक राष्ट्रपति भवन के पास था जहां दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी.
पिछले साल जुलाई में पदभार ग्रहण करने के बाद से पीएम स्टारमर की यह अघोषित यात्रा यूक्रेन की उनकी पहली यात्रा है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह जेलेंस्की के साथ यह उनकी सातवीं बैठक थी. इतालवी रक्षा प्रमुख भी कल गुरुवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में थे, जर्मनी के रक्षा मंत्री के दौरे के 2 दिन बाद और जेलेंस्की द्वारा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात करने के 3 दिन बाद कीव में यह राजनीतिक गहमागहमी देखी जा रही है.
अमेरिका के अगले कदम पर नजर
इस बीच अमेरिका में अगले हफ्ते सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले कूटनीतिक गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है. माना जा रहा है कि निवर्तमान अमेरिकी प्रशासन रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन के साथ खड़े रहने की अपनी प्रतिज्ञा से अलग हट जाएगा. ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि वह चाहते हैं कि यूक्रेन की मदद करने के लिए यूरोप ज्यादा से ज्यादा जिम्मेदारी उठाए.
ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले कीव के सहयोगी यूक्रेन को यथासंभव ज्यादा से ज्यादा समर्थन देने की मुहिम शुरू हो गई हैं, इसका मकसद 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुई लड़ाई को खत्म करने के लिए भविष्य की किसी भी वार्ता के लिए यूक्रेन को यथासंभव मजबूत स्थिति में लाना है. माना जा रहा है कि यूक्रेनियों को इस बात की चिंता है कि ट्रंप की योजना में क्षेत्र छोड़ने जैसी अप्रिय रियायतों की मांग होगी. यही नहीं जेलेंस्की ने यह भी कहा है कि वह रूस को भविष्य में फिर से आक्रमण करने से रोकने के लिए सुरक्षा गारंटी चाहते हैं.
2025 में और ज्यादा मदद करेंगेः PM कीर
स्टारमर ने कहा, “हमें यह देखना चाहिए कि यह युद्ध कैसे खत्म हो सकता है, एक न्यायपूर्ण और स्थायी शांति हासिल करने के व्यावहारिक तरीके … जो आपकी सुरक्षा, आपकी आजादी और आपके भविष्य को चुनने के अधिकार की गारंटी देता हो.” वहीं जेलेंस्की ने कहा कि दोनों नेताओं ने भविष्य के युद्धविराम की निगरानी के लिए पश्चिमी सैनिकों के लिए इमैनुएल मैक्रोन द्वारा प्रस्तुत एक विचार पर चर्चा की थी, लेकिन यह भी कहा कि “विवरण के बारे में बात करना अभी थोड़ा जल्दबाजी होगी”.
स्टारमर ने कहा कि ब्रिटेन 2025 में, यूक्रेन को “पहले से कहीं ज्यादा सैन्य मदद” देगा. उनके देश ने इस साल सैन्य मदद के लिए पहले ही 3 बिलियन पाउंड (3.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर) देने का वादा किया है, जिसमें 150 और आर्टिलरी बैरल और यूके द्वारा डिजाइन किया गया ग्रेवहॉक नामक मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम शामिल है. युद्ध शुरू होने के बाद से ब्रिटेन ने सैन्य और नागरिक सहायता में 12.8 बिलियन पाउंड (15.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर) देने का वादा किया है.