पुलिस ने रेप किया, मारा-पीटा… पति पर नहीं की FIR तो महिला ने थाने को ही लपेट लिया, जांच में खुली पोल
बिहार के भागलपुर में एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं होने पर पुलिस पर ही दुष्कर्म का आरोप लगा दिया और फिर वह शिकायत लेकर पुलिस कप्तान के पास प
घोघा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला का पति से झगड़ा हो गया. महिला पति के खिलाफ शिकायत लेकर थाने पहुंच गई, जहां पुलिस ने उसकी शिकायत लेने से मना कर दिया और आपस में ही बात सुलझाने की बात कहकर वहां से भेज दिया. इस बात सो गुस्साई महिला ने पुलिसवालों पर दुष्कर्म करने और जबरन गाड़ी में बैठाकर ले जाने का आरोप लगाया दिया. इस बात की शिकायत लेकर महिला 21 मार्च को एसएसपी दफ्तर पहुंच गई.
एसएसपी ने कराई जांच
महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने मामले की जांच कराई. कई लोगों से इस मामले में पूछताछ की गई. जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि महिला के लगाए आरोपों को कोई आधार नहीं था. महिला की शिकायत को पति समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों और गांववालों ने भी गलत बताया. पुलिस की जांच में सामने आया है कि महिला पहले भी निराधार आरोप लगातर गांववालों के खिलाफ कोर्ट और पुलिस में शिकायत दर्ज करवा चुकी है.
अब तक 7 लोगों पर दर्ज कराई शिकायत
महिला ने अंतरजातीय प्रेम विवाह किया है. इसी को लेकर ससुराल पक्ष और महिला के बीच होने वाले विवाद में तरफदारी करने वालों के विरुद्ध वह केस दर्ज कर देती है. पुलिस रिकॉर्ड का जांच करने पर पता चला कि महिला अब तक 7 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा चुकी है. जांच रिपोर्ट पूरी करने के बाद पुलिस ने महिला से एक बार फिर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की है.
दुष्कर्म और मारपीट का लगाया था झूठा आरोप
पूछताछ में महिला ने बताया कि पति-पत्नी के बीच सुबह विवाद हुआ था. जिसको लेकर मैं थाना में शिकायत करने गई थी, लेकिन थाना में मौजूद पुलिस पदाधिकारी ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया. इसलिए वह नाराज होकर थाना के बगल स्थित रेलवे स्टेशन से ट्रेन पड़कर भागलपुर आ गई और वरीय पदाधिकारी को पुलिस के खिलाफ ही आवेदन दे दिया, जिसमें उसने पुलिस पर दुष्कर्म और मारपीट का आरोप लगा दिया.
‘की जाएंगी उचित कार्रवाई’
एसएसपी हृदय कांत ने बताया कि थाना में केस दर्ज कराए गए अन्य कांडों तथा न्यायालय में दायर परिवाद से संबंधित अभिलेख और इस घटना से संबंधित अन्य बिंदुओं पर जांच की जा रही है नए तथ्य के आने के बाद उचित कार्यवाई की जाएगी.