अतिक्रमण में नहीं गिरा बैग लेकर भागने वाली बच्ची का घर… प्रशासन बोला- फेक है Video; अखिलेश यादव ने भी किया था ट्वीट; केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में अतिक्रमण पर बुलडोजर कार्रवाई के दौरान एक बच्ची का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें बच्ची अपनी झोपड़ी से किताबें निकालकर भागती नजर आ रही है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इस सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शेयर करते हुए प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया था. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. प्रशासन ने इस वीडियो को फर्जी और साजिश बताया है. क्षेत्रीय लेखपाल ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है.
मामला जिले के जलालपुर तहसील के अजई गांव का है. प्रशासन ने यहां के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया. इस बीच एक बच्ची झोपड़ी से अपनी किताबें निकालकर भागी. यह घटना वहां किसी ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस दस सेकंड के वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ‘प्रशासनिक अधिकारी अपनी शान दिखाने के लिए झोपड़िया गिरा रहा है और बच्ची अपनी किताबे बचाने के लिए भाग रही है.’ अब प्रशासन ने उस वीडियो को ही फर्जी और साजिश करार देते हुए अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है. इस प्रकरण को लेकर पुलिस ने दो मुकदमा दर्ज किया है.
सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी टीम
अजई गांव के एक छोर पर कुछ सरकारी जमीन है. इसी जमीन पर एक देव स्थान है, जहां पर ग्रामीण पूजा-अर्चन करते हैं. आरोप है कि इसी जमीन पर राम मिलन यादव और कुछ अन्य लोगों का कब्जा है. अवैध कब्जा हटाने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की थी. बताया जा रहा है कि तकरीबन तीन साल पहले भी प्रशासन ने इस जमीन से बेदखली की कार्रवाई की थी. राम मिलन यादव इस मामले को लेकर हाईकोर्ट गए थे. 18 मार्च को तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाने की तारीख 21 मार्च नियत की और इसी दिन प्रशासन ने बुलडोजर लेकर अतिक्रमण हटाया. इसी बीच एक छप्पर में आग लग गई. इसी दौरान एक छोटी सी बच्ची अपनी किताबें लेकर भागने लगी, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.
वायरल वीडियो के खिलाफ FIR दर्ज
इस प्रकरण को लेकर पुलिस ने दो मुकदमा दर्ज किया है. पहला मुकदमा क्षेत्रीय लेखपाल घनश्याम की तहरीर पर दर्ज हुआ है, जिसमे आरोप है कि नफरत और वैमनस्यता फैलाने के इरादे से वीडियो को वायरल किया गया है, जबकि दूसरा मुकदमा लेखपाल घनश्याम की तहरीर पर ही राम मिलन यादव और अखिलेश यादव के विरुद्ध दर्ज हुआ है. आरोप है कि इन लोगों ने अतिक्रमण हटाने आई टीम के साथ अभद्रता की और अपने छप्पर में खुद ही आग लगा ली. इस मामले में एसडीएम पवन कुमार जायसवाल का कहना है कि जिस छप्पर से बच्ची निकल कर भाग रही है, उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वीडियो को भ्रामक तौर पर वायरल किया गया है. उन्होंने बताया कि इसका एक एआई फोटो भी जनरेट कर वायरल किया जा रहा है. अतिक्रमण हटाने गई टीम से अभद्रता भी हुई थी. इसी को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया है.
क्या है वीडियो में
वायरल वीडियो 10 सेकंड का है. वीडियो में दो जेसीबी द्वारा झोपड़ी को ढहाया जा रहा. जिस झोपड़ी पर कार्रवाई हो रही है, ठीक उसी के बगल वाली झोपड़ी के दरवाजे के बाहर दी पुलिसकर्मी खड़े हैं, इनमें एक महिला पुलिसकर्मी है. झोपड़ी के अंदर से एक बच्ची स्कूल बैग लेकर तेजी से निकलती है. पुलिसकर्मी उसे आगे बढ़ाते हैं और बच्ची अपने सीने से बैग की चिपकाकर भागती है.