ब्रेकिंग
छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को दीपावली गिफ्ट, 17-18 अक्टूबर को वेतन, दैनिक वेतनभोगियों को भी भुगतान जैसलमेर हादसा: 'मानक ताक पर रखकर बनी थी बस', जांच कमेटी ने माना- इमरजेंसी गेट के सामने लगाई गई थी सी... 'कांतारा चैप्टर 1' ने किया गर्दा! 15 दिन में वर्ल्डवाइड ₹679 करोड़ पार, विक्की कौशल की 'छावा' से महज... वेनेजुएला पर ऑपरेशन से तनाव: दक्षिणी कमान के प्रमुख एडमिरल होल्सी ने कार्यकाल से पहले दिया इस्तीफा, ... शेयर बाजार में धन वर्षा! सिर्फ 3 दिनों में निवेशकों की संपत्ति ₹9 लाख करोड़ बढ़ी, सेंसेक्स और निफ्टी... त्योहारी सीजन में सर्वर हुआ क्रैश: IRCTC डाउन होने से टिकट बुकिंग रुकी, यात्री बोले- घर कैसे जाएंगे? UP पुलिस को मिलेगी क्रिकेटरों जैसी फिटनेस! अब जवानों को पास करना होगा यो-यो टेस्ट, जानिए 20 मीटर की ... दिन में सोना अच्छा या बुरा? आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान क्या कहता है, किन लोगों को नहीं लेनी चाहिए 'द... प्रदूषण का 'खतरा' घर के अंदर भी! बढ़ते AQI से बचने के लिए एक्सपर्ट के 5 आसान उपाय, जानें कैसे रखें ह... शरीयत में बहुविवाह का नियम: क्या एक मुस्लिम पुरुष 4 पत्नियों के होते हुए 5वीं शादी कर सकता है? जानें...
देश

जयपुर ब्लास्ट के पांचों आरोपी दोषी करार, 2008 के धमाकों में गई थी 80 लोगों की जान

जयपुर: जयपुर में साल 2008 में हुए बम ब्लास्ट मामले में एक स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाते हुए पांचों आरोपियों को दोषी करार दिया। 13 मई, 2008 को शहर के अंदर अलग-अलग जगहों पर 8 सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे, जिनमें 80 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। विशेष कोर्ट के न्यायाधीश अजय कुमार शर्मा ने इस केस में अपना फैसला सुनाते हुए भी पांचों गुनहगारों को दोषी करार दिया। इस मामले में सभी पांचों दोषी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, उनके तीन साथियों को पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

ये 5 दोषी करार
जयपुर के चांदपोल हनुमान मंदिर, सांगानेरी गेट हनुमान मंदिर सहित अन्य स्थानों पर हुए बम धमाकों के आरोपितों में यूपी में लखनऊ निवासी शाहबाज हुसैन, यूपी के आजमगढ़ निवासी मोहम्मद सैफ, सरवर आजमी, सैफुर्रहमान और सलमान को बुधवार को सजा सुनाई जाएगी। इस मामले के आजमगढ़ निवासी तीन आरोपित शादाब, मोहम्मद खालिद और साजिद बड़ा फिलहाल फरार हैं, दो की मौत हो चुकी है।

जख्म आज भी हरे
इस घटना के 11 साल बाद भी उन परिवारों के जख्म आज भी हरे हैं, जिन्होंने बम धमकों में अपनों को खोया। धमाकों वाले दिन दो बहनें चांदपोल हनुमानजी के मंदिर के पास एक हलवाई की दुकान से दही लेने गई हुई थीं, जब दोनों वहां पहुंचीं तो उसी वक्त धमाका हो गया। एक बहन ने तो उसी समय दम तोड़ दिया और दूसरी बहन अलीना के जिस्म में आज भी उस धमाके से निकले छर्रे मौजूद हैं। अलीना के शरीर में आज भी चार छर्रे मौजूद हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button