ब्रेकिंग
*मुख्यमंत्री की ओर से गुरदासपुर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तूफानी दौरा* ऑपरेशन महादेव ने संतुष्टि को आत्मविश्वास में बदला… जवानों को सम्मानित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने... दिल्ली से लेकर केरल तक बरसेंगे मेघ, पहाड़ों पर बारिश से तबाही… जानें UP-बिहार का हाल महाराष्ट्र: विरार में बड़ा हादसा, चार मंजिला रिहायशी इमारत का एक हिस्सा ढहा, 2 की मौत, कई घायल गाजियाबाद: GDA फ्लैट की छत गिरी, सो रहा परिवार मलबे में दबा, 5 जख्मी ‘बॉयफ्रेंड नहीं आया तो कूद जाऊंगी…’, बिजली के टॉवर पर 100 फीट ऊपर तक जा चढ़ी लड़की, फिर देने लगी धमक... No Helmet No Fuel! UP में अब सिर्फ हेलमेट लगाने वालों को ही मिलेगा पेट्रोल 5वीं कक्षा की छात्रा ने स्कूल में की आत्मदाह की कोशिश, बाथरूम में गई और खुद पर छिड़का कैरोसिन, फिर ल... दीवाली-छठ के मौके पर टिकट की टेंशन नहीं, बिहार सरकार चलाएगी बसें… दिल्ली-हरियाणा और UP से यात्रा होग... 55 साल की महिला ने 17वीं संतान को दिया जन्म, 5 बच्चों की हो चुकी हैं शादियां, डॉक्टर बोले- नसबंदी के...
मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश में 20 दिसंबर के पहले हो सकता है प्रशासनिक स्तर पर बड़ा परिवर्तन

भोपाल। मध्य प्रदेश में 20 दिसंबर के पहले प्रशासनिक स्तर पर परिवर्तन हो सकता है। कुछ कलेक्टर बदले जा सकते हैं तो मंत्रालय स्तर पर भी वरिष्ठ अधिकारियों के दायित्व में परिवर्तन संभावित है। दरअसल, लोकसभा चुनाव के लिए 20 दिसंबर से मतदाता सूची का काम प्रारंभ हो जाएगा।

इसके बाद न तो कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी को बिना निर्वाचन आयोग की सहमति से हटाया जा सकेगा और न ही 64 हजार 626 बूथ लेवल आफिसर के तबादले किए जा सकेंगे।

लोकसभा चुनाव की घोषणा मार्च 2024 के पहले पखवाड़े में संभावित है। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

20 दिसंबर से इसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। छह जनवरी 2024 को मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन कर दावे-आपत्ति आमंत्रित किए जाएंगे। मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान में संलग्न अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले बिना आयोग की सहमति के नहीं होंगे।

उधर, कुछ कलेक्टरों को लेकर दौरान शिकायतें हुई थीं। इसी सप्ताह सरकार का गठन हो जाएगा। इसके बाद नए सिरे से प्रशासनिक जमावट होगी। कुछ कलेक्टर और मंत्रालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारियों के दायित्व में परिवर्तन होगा। यद्यपि, बूथ लेवल आफिसर वही रहेंगे, जो वर्तमान में काम कर रहे हैं।

वीरा राणा को लेकर भी होगा निर्णय

प्रदेश की प्रभारी मुख्य सचिव वीरा राणा को लेकर भी निर्णय इसी सप्ताह हो सकता है। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण इकबाल सिंह बैंस के सेवानिवृत्त पर प्रदेश में उपलब्ध सबसे वरिष्ठ अधिकारी वीरा राणा को वर्तमान दायित्वों के साथ मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।

मुख्यमंत्री अपने हिसाब से मुख्य सचिव नियुक्त करेंगे। राणा मार्च में सेवानिवृत्त होंगी। इसी माह में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है, इसलिए माना जा रहा है कि सरकार पहले ही मुख्य सचिव की नियुक्ति करेगी।

Related Articles

Back to top button