सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा ने बताया सफलता का राज
जबलपुर। सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि सफलता शार्टकट नहीं होता। युवा वकील अपने सीनियर्स से सीखते रहें। वे सुप्रीम कोर्ट जज बनने के बाद अपने प्रथम गृहनगर आगमन के अवसर पर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान प्रशासनिक न्यायाधीश शील नागू, महाधिवक्ता प्रशांत सिंह, डिप्टी सालिटर जनरल पुष्पेंद्र यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल खरे, जिला बार सचिव राजेश तिवारी, हाई कोर्ट बार अध्यक्ष संजय वर्मा व सचिव परितोष त्रिवेदी मंचासीन रहे।
जबलपुर से मेरा गहरा नाता है वकालत की शुरुआत यहीं से की
हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के सिल्वर जुबली आदर्श सभागार में अधिवक्ताओं को प्रेरित करते हुए न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि जबलपुर मेरा गहरा नाता है। मेरा घर भी यहीं है। मैंने अपनी वकालत की शुरुआत यहीं से की और आज जिस मुकाम पर हूं, उसमें जबलपुर और हाई कोर्ट बार एसोसियेशन का अविस्मरणीय योगदान है।
यहां आकर हो जाता हूं आनंदित
न्यायमूर्ति शर्मा ने कहा कि मैं जबलपुर आकर आनंदित हो उठता हूं, जबलपुर से बेहद प्रेम करता हूं, ऐसा इसलिए क्योंकि यहां वकालत के महत्वपूर्ण वर्ष गुजारे थे और यहीं से क्रमश: आगे बढ़ा और आज इस मुकाम पर पहुंचा। किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिये कड़ी मेहनत व लगन की जरुरत है।
अध्यक्ष संजय वर्मा के निक नेम पेजर को किया रेखांकित
उन्होंने कहा कि मैं लंबे अर्से तक संजय वर्मा को पेजर निक नेम से ही पुकारता रहा हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि जब नया-नया पेजर आया था, संजय के पास वह उपकरण था। उन दिनों उसके काफी फायदे हम सबको मिले थे।
अध्यक्ष व सचिव ने जताया आभार
कार्यक्रम का संचालन सचिव परितोष त्रिवेदी ने व आभार प्रदर्शन अध्यक्ष संजय वर्मा ने किया। इससे पूर्व स्वागत उद्बोधन भी अध्यक्ष संजय वर्मा ने दिया। जिसमें न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा से शुरुआती दिनाें से जुड़ाव का संस्मरण सुनाया। हाई कोर्ट बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत अवस्थी, उपाध्यक्ष आशीष तिवारी, संयुक्त सचिव दीपक कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र खरे, पुस्तकालय सचिव संगीता नायडू, कार्यकारिणी सदस्य विपुलर्धन जैन, अजय शुक्ला, अमन शर्मा, नीरज तिवारी, अमिताभ भारती जैन, सौरभ सिंह ठाकुर व जितेंद्र श्रीवास्तव ने न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट किया।






