ब्रेकिंग
अरावली पहाड़ियों के लिए डेथ वारंट जैसा कदम… पर्यावरण के मुद्दे पर सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को घेरा दहशत का मंजर! भावनगर लैब में लगी आग से हड़कंप, मरीजों को खिड़कियों से बाहर निकाला गया, दमकल ने मोर्च... IAS दूल्हे और IPS दुल्हनिया की शाही, लेकिन सादगी भरी शादी: इस खास बात ने जीता सबका दिल, सोशल मीडिया ... लाखों का सामान गायब! दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर लगा डिवाइडर बैरियर चोरी, पुलिस ने दर्ज किया मामल... बंगाल BJP की चुनावी रणनीति तय: PM मोदी ने सांसदों से की मुलाकात, SIR प्रक्रिया और आगामी चुनाव को लेक... स्टेशन पर सो रहा था दिव्यांग, देखते ही आग बबूला हो गया GRP हेड कांस्टेबल, लात-घूसे और जूते से पीटा मांग हुई पूरी: गोरखपुर में गीता प्रेस को योगी सरकार ने दी 10 एकड़ जमीन, धार्मिक साहित्य के केंद्र के... पूर्णिया में बड़ा खुलासा: फर्जी डॉक्टर कर रहा था सर्जरी, बच्चे से लेकर बूढ़े तक का स्पेशलिस्ट बनकर क... अल-फलाह यूनिवर्सिटी में फर्जीवाड़ा! फर्जी मरीजों की लिस्ट तैयार होती थी, जांच में हुआ बड़ा खुलासा, य... कलकत्ता HC का बड़ा आदेश: 32 हजार शिक्षकों की नौकरी पर संकट टला, कोर्ट ने जॉब सुरक्षा का दिया फैसला
उत्तरप्रदेश

कब्रिस्तान से निकले दो भूत… करने लगे जमीन का काला कारोबार! पुलिस के भी फूले हाथ

किसी ने भूत देखा हो या न देखा हो, लेकिन उसके बारे में सुना जरूर होगा. भूत की कहानियां अपने आसपास अक्सर ही सुनने को मिलती हैं. ऐसी ही एक कहानी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से सामने आई है. जहां साल 1961 और 2019 में दो लोगों की मौत हो गई. इन दोनों के मरने के बाद भी जिले में जमीन के काले कारोबार में इनका नाम चल रहा था. बलिया जिले के रसड़ा इलाके के रहने वाले अजीमुद्दीन की मौत साल 1961 में हुई थी, जबकि शोएब की मौत 2019 में हुई. मरने के बाद दोनों के शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया था.

दोनों की मौत के बाद भी उनके नाम से जिले में जमीन का काला कारोबार चल रहा है. इस मामले ने पुलिस की टीम को भी चौंका दिया है. सच्चाई सामने आने पर पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस मामले पर जांच तेज कर दी है. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.

मृतकों की ओर से किया गया वकील

दरअसल, रसड़ा इलाके में मृतक के नाम पर जमीन का काला कारोबार किया जा रहा था. मृतक के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई. एसडीएम रसड़ा कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ धारा 229-बी के तहत केस दर्ज कराया गया. उनमें से कुछ ने मृतकों की भूमि को लूटने और हड़पने के इरादे से एक समूह बनाकर मृतकों को कागजों में पुनर्जीवित किया. इतना ही नहीं मृतक की ओर से एक वकील भी नियुक्त किया गया. लाखों की जमीन की खरीद-फरोख्त भी हुई. बाद में कोर्ट के आदेश पर रसड़ा थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई.

पुलिस आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया केस

रसड़ा पुलिस ने आरोपी रेयाज अहमद, फैयाज अहमद, मुस्ताक, मुमताज, मुशर्रफ जहांगीर, सायरा बानो के खिलाफ अवैध रूप से जमीन हड़पने का प्रयास करने के आरोप में धारा 419, 20, 67, 68, 71 और 506 के तहत केस दर्ज किया है. सुमन जयसवाल और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

Related Articles

Back to top button