ब्रेकिंग
अरावली पहाड़ियों के लिए डेथ वारंट जैसा कदम… पर्यावरण के मुद्दे पर सोनिया गांधी ने मोदी सरकार को घेरा दहशत का मंजर! भावनगर लैब में लगी आग से हड़कंप, मरीजों को खिड़कियों से बाहर निकाला गया, दमकल ने मोर्च... IAS दूल्हे और IPS दुल्हनिया की शाही, लेकिन सादगी भरी शादी: इस खास बात ने जीता सबका दिल, सोशल मीडिया ... लाखों का सामान गायब! दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे पर लगा डिवाइडर बैरियर चोरी, पुलिस ने दर्ज किया मामल... बंगाल BJP की चुनावी रणनीति तय: PM मोदी ने सांसदों से की मुलाकात, SIR प्रक्रिया और आगामी चुनाव को लेक... स्टेशन पर सो रहा था दिव्यांग, देखते ही आग बबूला हो गया GRP हेड कांस्टेबल, लात-घूसे और जूते से पीटा मांग हुई पूरी: गोरखपुर में गीता प्रेस को योगी सरकार ने दी 10 एकड़ जमीन, धार्मिक साहित्य के केंद्र के... पूर्णिया में बड़ा खुलासा: फर्जी डॉक्टर कर रहा था सर्जरी, बच्चे से लेकर बूढ़े तक का स्पेशलिस्ट बनकर क... अल-फलाह यूनिवर्सिटी में फर्जीवाड़ा! फर्जी मरीजों की लिस्ट तैयार होती थी, जांच में हुआ बड़ा खुलासा, य... कलकत्ता HC का बड़ा आदेश: 32 हजार शिक्षकों की नौकरी पर संकट टला, कोर्ट ने जॉब सुरक्षा का दिया फैसला
देश

टॉयलेट कांड के बाद खामोश हुई मासूम, इशारों में बताया- ‘दादा’ ने की गंदी हरकत… बदलापुर के स्कूल में आखिर क्या हुआ?

कोलकाता, उत्तराखंड, बिहार के बाद महाराष्ट्र में शर्मसार कर देने वाली घटना हुई. राज्य के ठाणे के बदलापुर स्थित प्रतिष्ठित स्कूल में दो मासूम छात्राओं के साथ हैवानियत की गई. हैवान स्कूल का सफाईकर्मी था, जिसे बच्चे ‘दादा’ कहकर पुकारते थे. पीड़ित बच्चियों में एक की उम्र साढ़े तीन साल की है. घटना के बाद से बच्ची के मन में स्कूल के नाम का डर बैठ गया है. पूरे मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई. पुलिस मामले को दबाने में लगी रही. घटना को लेकर लोगों ने हंगामा किया. पथराव और लाठीचार्ज किया गया.

13 अगस्त को दिया वारदात को अंजाम

पुलिस ने जो आरोपी पकड़ा है वह स्कूल का सफाईकर्मी अक्षय शिंदे है. उसे बच्चे ‘दादा’ कहते थे. घटना को लेकर एसआईटी का भी गठन किया गया है. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं. वारदात को 13 अगस्त के दिन अंजाम दिया गया था. घटना के बाद से पीड़ित बच्ची बदहवाश और डरी-सहमी है. बच्ची अपने ननिहाल में रहती है और नाना उसको स्कूल के लिए रेडी करते हैं. परिजनों के मुताबिक, 13 अगस्त को बच्ची अपने स्कूल गई थी. जब वह स्कूल से वापस घर आई तो गुमशुम सी थी और बोल नहीं पा रही थी. परिजन समझे शायद बच्ची थक गई है.

स्कूल जाने से डरने लगी बच्ची

अगले दिन 14 अगस्त को बच्ची को स्कूल जाने के लिए तैयार करना चाहा तो वह रेडी नहीं हुई और स्कूल जाने से मना कर दिया. ठीक ऐसा ही उसने अगले दिन 15 अगस्त को भी किया. बच्ची की इस बात पर नाना को शक हुआ. उन्होंने इसकी सूचना बच्ची की मां को दी. मां ने जब बच्ची से पूछा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने अपने पति को घटना के बारे में बताया.

मेडिकल एग्जामिनेशन में खुलासा, परिजनों के उड़े होश

परिजनों के मुताबिक, बच्ची की उम्र साढ़े तीन साल की है. उसके साथ स्कूल के टॉयलेट में यौन शोषण किया गया. बच्ची के लिए ये समझना नामुमकिन था और वह शब्दो में बयान नहीं कर पा रही थी. उसके मन में स्कूल के नाम का डर बैठ गया था. पुलिस को दिए बयान के मुताबिक मां ने बताया कि इस बीच बच्ची की तबियत भी बिगड़ने लगी थी. उसे सदमा सा लगा था. इसके बाद पीड़िता के नाना को अपनी बच्ची की तबियत पर भी शक हुआ. उन्होंने 15 अगस्त को बदलापुर के एक अस्पताल में अपनी बच्ची का मेडिकल एग्जामिनेशन किया. मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की बात साबित हुई.

इशारे में बताया, ‘दादा’ नाम के शख्स ने गलत किया

जब बच्ची से पूछा गया तो उसने बताया कि ‘दादा’ नाम के शख्स ने उसके साथ कुछ गलत किया है. बच्ची ज्यादा ऐसी बाते बोल नही पा रही थी, इसलिए साइन लैंग्वेज की मदद ली गई. इसके बाद नाना ने बच्ची की मां को मामले की जानकारी दी. 16 अगस्त को पुलिस में सुबह शिकायत की गई. देर रात इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई.

FIR दर्ज करने में पुलिस को लगे 6 से 8 घंटे

पुलिस को शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज करने में 6 से 8 घंटे लगे. इसमें पुलिस ने तकनीकी समस्या बताई. पुलिस का कहना है कि उन्हें बच्ची के बयान को लेकर समस्या आ रही थी. ऐसे में उन्हें भी वही साइन भाषा का इस्तेमाल करना पड़ा, जिसमें 6 से 8 घंटे लगे. इस वजह से एफआईआर में देरी हुई. 17 अगस्त के तड़के पुलिस ने इस मामले में स्कूल में साफ सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया. बच्चे उसे ही दादा कहते थे. मराठी में बड़े भाई को दादा कहा जाता है. पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहा आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा गया है.

घटना गंभीर, बख्शे नहीं जाएंगे आरोपी-गृहमंत्री

राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि ‘बदलापुर में कुकर्म की घटना बेहद गंभीर है, मैं इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए आईजी रैंक की महिला अधिकारी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया है. सरकार का प्रयास है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चला जाए ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सकें.’ इससे पहले थाने में शिकायत के बाद मामला दर्ज न करने को लेकर पुलिस निरीक्षकों का ट्रांसफर किया. साथ ही संस्थान प्रबंधकों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.

 

स्कूल पर भी होगी कार्रवाई-सीएम

बदलापुर के एक स्कूल में बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की घटना पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने स्कूल पर भी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने एक्स पर लिखा है कि ‘मैंने बदलापुर की घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है. इस मामले में एक एसआईटी पहले ही गठित की जा चुकी है और हम उस स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रहे हैं जहां यह घटना हुई थी. हम इस मामले को तेजी से निपटाने की प्रक्रिया में हैं और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

Related Articles

Back to top button