ब्रेकिंग
"न्याय के लिए सड़क पर उतरीं महिलाएं": कुलदीप सेंगर की जमानत का भारी विरोध, दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर ल... "किश्तवाड़ में VPN पर पहरा": सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा— आतंकी कर सकते हैं गलत इस्तेमाल, प्रशासन ने... "PM मोदी का 'Gen Z' कनेक्शन": बोले प्रधानमंत्री— आपमें है दुनिया बदलने का दम, मुझे आपकी काबिलियत पर ... खाकी पर भारी पड़ा 'ओवर कॉन्फिडेंस': संभल में 12 पुलिसकर्मियों ने मिलकर लिखी फर्जी मुठभेड़ की कहानी, का... "अंकिता केस में नया सियासी मोड़": दुष्यंत गौतम का पलटवार— विपक्ष पर लगाया छवि धूमिल करने का आरोप, उत... बागबानी में पंजाब देशभर में अव्वल: 7100 करोड़ के प्रोजेक्ट और ‘अपणा पिंड-अपणा बाग’ से जुड़ा किसानों क... "इंसानियत शर्मसार, सीमा विवाद में उलझी खाकी": पटना में 7 घंटे तक सड़क पर पड़ा रहा शव, 4 थानों की पुल... शाही पदवी की लड़ाई: प्रिंस अजमत जाह के खिलाफ लामबंद हुए परिवार के अन्य सदस्य, जानें क्यों बढ़ा मनमुटाव "बीजेपी में जाना थी गलती, अब सुधारी": टीएमसी में शामिल हुईं बंगाली एक्ट्रेस, ममता बनर्जी के नेतृत्व ... "दिल्ली में प्रदूषण पर 'सर्जिकल स्ट्राइक'": 100 डग्गामार बसें जब्त, 28 पीयूसी सेंटर सस्पेंड; सरकार क...
पंजाब

ब्यास दरिया से लगते गांवों में बाढ़ की स्थिति भयंकर, प्रशासन व लोगों की उड़ी नींद

तरनतारन : कई दिनों से पहाड़ी इलाकों और राज्य भर में हो रही लगातार बारिश ने दरिया किनारे रहने वाले लोगों को भारी नुक्सान पहुंचाया है, वहीं विभिन्न शहरों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, जिससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ब्यास दरिया की बात करें तो सोमवार दोपहर तक हरिके हैड वर्क्स में पहुंचे 2 लाख 85 हजार क्यूसिक पानी में से हुसैनी वाला डाउनस्ट्रीम के लिए 2 लाख 68 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया।

लगातार हो रही बारिश के कारण ब्यास दरिया में जलस्तर और बढ़ने के आसार हैं, जिससे बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है जिसने प्रशासन और लोगों की नींद उड़ा रखी है। इसी बीच गांव मरड़ में 500 फुट लंबा तटबंध टूट गया है जिससे ग्रामीणों में काफी दहशत है और प्रशासन व ग्रामीण इसे ठीक करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि आने वाले दिनों में लगातार बारिश के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। विभाग द्वारा की गई यह भविष्यवाणी सच होती दिख रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण दरिया-नालों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ब्यास दरिया के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांव हर साल जलभराव के कारण बर्बादी की कगार पर पहुंच जाते हैं, क्योंकि ब्यास दरिया के पानी के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो जाती हैं, जिससे जलस्तर नीचे जाने के बाद खेतों में आई रेत को हटाने में किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

Related Articles

Back to top button