ब्रेकिंग
कोयला खदानों और बांगो बांध से विस्थापन का दर्द, SECL को अदानी को सौंपने की तैयारी: आलोक शुक्ला हवन कुंड बना मौत का कारण! घी डालने के लिए झुकी महिला की ओढ़नी में लगी आग, भीषण रूप से झुलसने के बाद ... केजरीवाल का गुजरात सरकार पर बड़ा हमला: 'किसानों के दमन में जुटी', AAP के 2 नेताओं की गिरफ्तारी पर गर... जैसलमेर बस हादसा: मृतकों की संख्या पर बड़ा सवाल! 22 शव निकालने के बाद भी बस में मिले कंकाल, आखिर कित... पहली बार छलका नीलम गिरी का दर्द! शादी-तलाक पर बोलीं भोजपुरी एक्ट्रेस- 'कभी खुशी का एक पल नसीब नहीं ह... विराट कोहली का बड़ा फैसला! ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले करोड़ों की प्रॉपर्टी बड़े भइया को सौंपी, क्या है... 'धर्म' को बचाने की लड़ाई: इंग्लैंड में 40 साल पुराने हिंदू मंदिर पर मंडराया खतरा, कम्युनिटी ने शुरू ... त्योहारी सीजन में SpiceJet का तोहफा: दिवाली-छठ के लिए बिहार रूट पर नई उड़ानें शुरू, यात्रियों को मिल... AI वीडियो वॉर हुआ शुरू! गूगल का नया टूल Veo 3.1 लॉन्च, OpenAI के Sora 2 को देगा सीधी टक्कर, जानें क्... दिवाली से पहले की अमावस्या है बेहद खास! नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने के लिए अपनाएं ये अचूक और सरल उप...
मध्यप्रदेश

‘न्याय दो’ चिल्ला रहा था कातिल बेटा: झूठे आंसुओं से पुलिस को भटकाया, पिता की हत्या का ऐसे खुला राज

मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. जिस पिता ने अपने बेटे को उंगली पकड़कर चलना सिखाया, उसी बेटे ने जमीन के लालच में आकर अपने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी. इतना ही नहीं, हत्या के बाद आरोपी बेटा झूठा दिखावा करते हुए पिता के लिए न्याय की गुहार लगाता रहा, जिससे किसी को उस पर शक तक नहीं हुआ. लेकिन जब पुलिस ने मामले की परतें खोलीं, तो सच्चाई सामने आते ही हर कोई दंग रह गया.

घटना डिंडोरी जिले के शहपुरा थाना क्षेत्र की है. दो दिन पहले रैपुरा-दुल्लोपुर मार्ग पर 53 वर्षीय भद्दा सिंह का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी. शव की हालत देखकर पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे हत्या का मामला माना. शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने वारदात को अंजाम दिया है. परिवार और गांव के लोगों को भी यही विश्वास था कि किसी बाहरी व्यक्ति ने यह घिनौना काम किया है.

कैसे सुलझा ये मर्डर केस?

लेकिन जब पुलिस ने मामले की गहराई से तफ्तीश शुरू की, तो घटनास्थल से जुटाए गए साक्ष्य और गवाहों के बयान एक चौंकाने वाली सच्चाई की ओर इशारा करने लगे. पुलिस ने जब तकनीकी साक्ष्य और कॉल डिटेल्स खंगाले, तो शक का दायरा परिवार के भीतर ही सिमट गया. आखिरकार पुलिस ने खुलासा किया कि हत्या का आरोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का खुद का बेटा शिवकुमार और उसका चाचा सिद्धू है.

जांच में सामने आया कि भद्दा सिंह अपनी पैतृक जमीन बेचना चाहता था. लेकिन उसके बेटे शिवकुमार और भाई सिद्धू को यह मंजूर नहीं था. दोनों को डर था कि जमीन बिकने के बाद उन्हें हिस्सा नहीं मिलेगा. इसी नाराजगी ने दोनों के मन में इतना ज़हर भर दिया कि उन्होंने मिलकर भद्दा सिंह की हत्या की साजिश रच डाली. योजना के तहत उन्होंने पिता को घर से बाहर बुलाया और सुनसान जगह पर वारदात को अंजाम दिया.

हत्या के बाद शिवकुमार ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए पुलिस और मीडिया के सामने पिता की मौत पर आंसू बहाए. उसने कैमरे के सामने कहा, मेरे पिता का किसी से कोई विवाद नहीं था, मुझे सिर्फ न्याय चाहिए. उसकी यह एक्टिंग इतनी प्रभावी थी कि कोई भी उस पर शक नहीं कर सका. लेकिन पुलिस की बारीक जांच ने आखिरकार उसके झूठ का पर्दाफाश कर दिया.

क्या बोले थाना प्रभारी?

शहपुरा थाना प्रभारी अनुराग जामदार ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हत्या की योजना कब और कैसे बनाई गई थी. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार और अन्य सबूत भी बरामद कर लिए हैं.

Related Articles

Back to top button