Google का क्वांटम जम्प! लॉन्च किया दुनिया का सबसे तेज़ कंप्यूटिंग सिस्टम, स्पीड है अकल्पनीय

Google ने अपने नए Willow Quantum Processor से इतिहास रच दिया है. कंपनी ने दावा है कि इसका नया Quantum Echoes Algorithm दुनिया के सबसे ताकतवर सुपर कंप्यूटर से 13,000 गुना तेज काम करता है. यह पहला मौका है जब किसी क्वांटम कंप्यूटर की स्पीड को पूरी तरह सत्यापित (verifiable) किया जा सका है. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक्स पर ट्वीट करके यह जानकारी दी है. उन्होंने लिखा कि यह पहली बार है जब क्वांटम कंप्यूटर की गति को न केवल मापा गया बल्कि अन्य क्वांटम सिस्टम द्वारा वेरिफिएबल भी किया गया.
Google का ऐतिहासिक Quantum Advantage
Google के CEO सुंदर पिचाई ने X (पहले Twitter) पर जानकारी दी है कि Willow चिप ने दुनिया का पहला verifiable quantum advantage हासिल किया है. उन्होंने लिखा, ” आज Nature जर्नल में हमारी नई क्वांटम एल्गोरिद्म प्रकाशित हुई है. हमारे Willow चिप ने दुनिया की पहली बार साबित की जा सकने वाली (verifiable) क्वांटम बढ़त हासिल की है. इसने हमारे नए एल्गोरिदम Quantum Echoes को चलाया, जो दुनिया के सबसे फास्ट सुपर कंप्यूटर पर मौजूद बेहतरीन क्लासिकल एल्गोरिदम से 13,000 गुना फास्ट है.”
उन्होंने आगे लिखा कि यह एल्गोरिदम न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस (NMR) तकनीक का उपयोग करके यह समझाने में मदद करता है कि किसी अणु में परमाणु आपस में कैसे जुड़ते और प्रतिक्रिया करते हैं. इससे भविष्य में नई दवाओं की खोज और नई सामग्रियों (materials) के विकास में बड़ी मदद मिल सकती है. इस खोज की खास बात यह है कि इसका परिणाम सत्यापित किया जा सकता है, यानी अन्य क्वांटम कंप्यूटर या प्रयोग इसे दोहरा सकते हैं. यह उपलब्धि क्वांटम कंप्यूटिंग के असली, व्यावहारिक इस्तेमाल की दिशा में एक बड़ा कदम है, और हम उत्साहित हैं यह देखने के लिए कि आगे यह हमें कहां ले जाएगी.
New breakthrough quantum algorithm published in @Nature today: Our Willow chip has achieved the first-ever verifiable quantum advantage.
Willow ran the algorithm – which weve named Quantum Echoes – 13,000x faster than the best classical algorithm on one of the world’s fastest pic.twitter.com/hTXl9s21Hh
— Sundar Pichai (@sundarpichai) October 22, 2025
Quantum Echoes एल्गोरिदम क्या है?
Quantum Echoes एक नया एल्गोरिदम है जो Out-of-Time-Ordered Correlator (OTOC) नामक क्वांटम माप को तेजी से गणना कर सकता है. यह नया Quantum Echoes Algorithm अणुओं और परमाणुओं के बीच होने वाले बेहद सूक्ष्म बदलावों को समझ सकता है. यह nuclear magnetic resonance के जरिए उन इंटरैक्शन को दिखाता है जो सामान्य कंप्यूटर नहीं कर पाते. इससे दवाओं की खोज (drug discovery) और नए पदार्थों (materials science) के अध्ययन में तेजी आ सकती है.
सुपर कंप्यूटर से 13,000 गुना फास्ट होने का मतलब
Google के अनुसार, Quantum Echoes एल्गोरिदम ने एक विश्व-स्तरीय सुपर कंप्यूटर की तुलना में 13,000 गुना फास्ट परफॉर्मेंस दिखाया. यह स्पीड के मामले में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है जो किसी verifiable quantum hardware पर हासिल की गई है. इससे यह साबित होता है कि क्वांटम प्रोसेसर अब सिर्फ सिद्धांत नहीं, बल्कि व्यावहारिक प्रयोगों के लिए भी तैयार हैं.
Willow Chip की तकनीकी पावर
Willow चिप में 105 high-fidelity qubits शामिल हैं जो असाधारण सटीकता और स्टेबिलिटी प्रदान करते हैं. ये क्यूबिट्स जटिल क्वांटम कैलकुलेशन को एक साथ संभालने में सक्षम हैं, जिससे डेटा प्रोसेसिंग में काफी ज्यादा सुधार हुआ है. यह तकनीकी सुधार भविष्य के क्वांटम प्रोसेसर के लिए आधार बनेगा.
विज्ञान और इंडस्ट्री पर संभावित असर
अगर अन्य रिसर्च इंस्टीट्यूट इस रिजल्ट को दोहराने में सफल होते हैं, तो यह क्वांटम कंप्यूटिंग को ड्रग डिजाइन, मटेरियल रिसर्च, मॉलिक्यूल केमिस्ट्री में वास्तविक उपयोग तक पहुंचा सकता है. Google Quantum AI के अनुसार, यह उपलब्धि “क्वांटम कंप्यूटिंग के प्रयोगात्मक युग से अनुप्रयोगिक युग की शुरुआत है.





