जेपी आंदोलन से भाजपा के शीर्ष पद तक की जगत प्रकाश नड्डा का राजनीतिक सफर

नई दिल्ली। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में सोमावार को जेपी नड्डा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नड्डा इस पद पर दिसंबर तक बने रहेंगे। नड्डा इससे पहले मोदी सरकार की पिछले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री रहे।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से संबंध रखने वाले जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा कुशल रणनीतिकार माने जाते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के विश्वासपात्र नड्डा को इस साल संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का प्रभार सौंपा गया था।
उनके नेतृत्व में भाजपा ने यूपी में बेहतरीन सफलता हासिल की। नड्डा के राजनीतिक सफर की शुरूआत 1975 में जेपी आंदोलन से हुई थी। आंदोलन में भाग लेने के बाद वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गए थे। नड्ड़ा का सफरनामा यूं रहा :-
जीवन परिचय
पिता : डॉ. नारायण लाल नड्डा
माता : स्व. कृष्णा नड्डा
जन्म तिथि : दो दिसंबर, 1960
जन्म स्थान : पटना (बिहार)
विवाह : 11 दिसंबर 1991
पत्नी : डॉ. मल्लिका नड्डा
पुत्र : हरीश व गिरीश
स्थायी निवासी : गांव विजयपुर, डाकघर औहर, तहसील झंडूत्ता, जिला बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश)
शिक्षा : बीए, एलएलबी
प्रारंभिक शिक्षा : सेंट जेवियर स्कूल, पटना।
स्नातक : पटना कॉलेज
एलएलबी : एचपीयू शिमला
राजनीतिक सफर
- 16 वर्ष की उम्र में राजनीतिक सफर शुरू। बिहार में स्टूडेंट मूवमेंट में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
- 1977 में छात्र संघ चुनाव में पटना विश्वविद्यालय के सचिव चुने गए।
- 1982 में हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थी परिषद का प्रचारक बनाकर भेजा गया।
- 1983-1984 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) शिमला से वकालत की।
- 1983 में पहली बार हुए केंद्रीय छात्र संघ (एससीए) चुनाव में एचपीयू में विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष बने।
- 1986 से 1989 तक विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव रहे।
- 1989 में केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की वजह से 45 दिन तक जेल में रहे।
- 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भारतीय जनता युवा मोर्चा का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया।
- 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने।
- 1993 में पहली बार विधायक बने और नेता प्रतिपक्ष चुने गए।
- 1998 में दोबारा चुनाव जीते और भाजपा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने।
- 2007 में भाजपा सरकार में वन, पर्यावरण एवं संसदीय मामलों के मंत्री रहे।
- 2011 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव चुने गए। दिल्ली में कामकाज संभाला।
- 2014 में केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने।
- 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का प्रभार मिला और पार्टी की बड़ी जीत के नायक बने।