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LAC पर फिर आमने सामने भारत-चीन सेना, हिंसक झड़प में एक आर्मी अफसर और 2 जवान शहीद

 लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास पैंगोंग सो झील और गलवान घाटी में चीनी सेना एक बार फिर आमने सामने आ गई। देर रात दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान के शहीद होने की खबर है। इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक की।

सेना के आरंभिक वक्तव्य में कहा गया कि गलवान घाटी में दोनों सेनाओं के जवानों के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है जिसमें दोनों और के सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने पुष्टि की है कि इस दौरान एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गये। दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी गलवान घाटी में बातचीत कर रहे हैं जिससे तनाव को दूर कर स्थिति को सामान्य किया जा सके। सेना ने स्पष्ट रूप से कहा कि झड़प में दोनों ओर के सैनिक मारे गये हैं हालाकि यह नहीं बताया गया है कि चीन के कितने सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने यह भी साफ किया है कि झडप के दौरान फायरिंग नहीं हुई है।

उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में पिछले एक महीने से भी अधिक समय से दोनों सेनाओं के बीच गंभीर गतिरोध बना हुआ है। इस गतिरोध को दूर करने के लिए पिछले कुछ सप्ताह में दोनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं। गत 6 जून को हुई लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता के बाद दोनों सेनाओं ने अपने सैनिकों को कुछ पीछे हटाने का निर्णय लिया था। पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान ही यह झडप हुई है।

पिछले एक महीने में दोनों सेनाओं ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के निकट भारी वाहनों, उपकरणों और जवानों का जमावड़ा बढा दिया है। दोनों देशों के राजनीतिक नेतृत्व की ओर से निरंतर कहा जा रहा है कि इस मुद्दे का समाधान बातचीत के जरिये निकाला जायेगा। दोनों सेनाओं के अधिकारियों के बीच सोमवार को भी एक बैठक हुई थी। दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प के बाद बातचीत के जरिये गतिरोध को दूर करने के प्रयासों को ठेस लग सकती है।

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