बिहार में चमकी ने ली 114 बच्चों की जान, हवाई जहाज से CM लेंगे जायजा

मुजफ्फरनगरः पिछले दो हफ्ते में बिहार चमकी बुखार की चपेट में है। यह जानलेवा बुखार अब तक 114 बच्चों की जान ले चुका है, जबकि कई बच्चे अभी अस्पतालों में इस बुखार की चपेट में हैं और लड़ रहे हैं। मां बाप की गोदें सूनी हो रही है। वहीं प्रशासन और सरकार की बात करें तो अभी तक किसी की आंखे नहीं खुली हैं और इस बुखार से निपटने के लिए और राज्य को इस खतरनाक बिमारी से बचाने का कोई उपाय नही ंखोज पाए हैं। वहीं 114 बच्चों के मारे जाने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की आंख खुली है और उसी आंख से वो मरीजों के हालातों का जायजा लेंगे। लेकिन लोगों के बीच जाकर नहीं बल्कि हवाई जहाज से।हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया के एएनएमएमसीएच जाएंगे, जहां लू और गर्मी की वजह से बीमार लोगों का हाल-चाल जानेंगे।
गौरतलब है कि दो दिन पहले जब नीतिश कुमार एक अस्पताल मेंबच्चों को देखने गएतो गुस्साए परिजनों ने उन्हें अंदर ही नहीं जाने दिया और बवाल इतना मचा कि मुख्यमंत्री को वहां से भागना पड़ा। बता दें कि चमकी बुखार से अकेले मुजफ्फरपुर में अब तक 114 मौतें हो चुकी हैं। लगातार हो रही मौतों से बिहार की नीतीश सरकार और प्रशासन लोगों के निशाने पर है। नीतीश कुमार से जब बुधवार को दिल्ली में बच्चों की मौतों पर सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली।
24 घंटे के अंदर 75 नए मरीज भर्ती
मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत का आंकड़ा 114 तक पहुंच चुका है। पिछले 24 घंटे के अंदर मेडिकल कॉलेज में 75 नए मरीज भर्ती हुए हैं।418 बच्चों का इलाज चल रहा है, जिसमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन अभी तक न तो सरकार, न डॉक्टर ये तय कर पाए हैं कि ये बीमारी कौन सी है। मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में इसे चमकी कहा जा रहा है, लेकिन सरकारों शायद फुरसत ही नहीं है कि बीमारी की असल वजह और इलाज ढूंढा जाए।