अफगानिस्तान के बामियान शहर में दो विस्फोटों से 17 लोगों की मौत, 50 घायल

काबुल। अफगानिस्तान के बामियान शहर में हुए दो विस्फोटों में कम से कम 17 लोग मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए हैं। बामियान अफगानिस्तान के अत्यंत सुरक्षित प्रांतों में से एक है। मरने वालों में नागरिक और एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी शामिल है। मंगलवार को विस्फोट राष्ट्रपति अशरफ गनी की अफगानिस्तान पर क्षेत्रीय सहयोग की बैठक के दौरान हुआ। राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा है कि स्थायी शांति तैयार करने के लिए मजबूत क्षेत्रीय सजगता जरूरी है। स्थानीय अधिकारियों के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया है कि बामियान शहर के बाजार में विस्फोट हुए। यह शहर बामियान प्रांत के मध्य में स्थित है। अभी तक किसी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है।
यह पहला अवसर है जब प्रांत में इस तरह का विस्फोट हुआ है। हर साल बामियान में हजारों पर्यटक आते हैं और यह अत्यंत सुरक्षित माना जाता है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक अरिआन ने कहा कि दोपहर बाद हुए विस्फोट में कुछ दुकानें और वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता मुहम्मद रेजा यूसुफी ने कहा कि कुछ ही समय के अंतराल में दोनों विस्फोट हुए। इस्लामिक स्टेट समूह ने देश के शिया मुस्लिम समुदाय के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। बामियान शिया बहुल माना जाता है। इस आतंकी संगठन ने अफगानिस्तान में हाल के हमलों की जिम्मेदारी ली है। इन हमलों में शिक्षण संस्थान पर हुआ हमला शामिल है जिसमें कम से कम 50 लोग मारे गए थे।
काबुल में हमले में मारे गए थे आठ नागरिक
इससे पहले काबुल में पिछले शनिवार को एक के बाद एक कई रॉकेट हमले किए गए थे। राकेट से रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर 23 रॉकेट दागे गए। हमले में आठ नागरिकों की मौत हो गई और 31 घायल हुए। कुछ रॉकेट कुछ दूतावासों के समीप भी गिरे थे। आतंकी संगठन तालिबान ने बयान जारी कर कहा था कि इसमें उसका कोई हाथ नहीं है। कुछ लोगों ने रॉकेट छोड़ने की फिल्म बनाई और इन्हें इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया।
नवंबर महीने के शुरुआत में बंदूकधारियों ने काबुल यूनिवर्सिटी में हमला किया था। इस हमले में 35 लोग मारे गए थे और 50 से ज्यादा घायल हुए थे। मारे जाने वालों में ज्यादातर छात्र थे। हमले की जिम्मेदारी कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली थी।