रौद्र रूप ले रहा ‘निवार’, बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ के 1,200 जवान तैनात, 52 उड़ानों को किया रद

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दाब से उत्पन्न ‘निवार’ चक्रवात रौद्र रूप ले रहा है। बुधवार शाम तक यह तमिलनाडु-पुडुचेरी के तट से टकरा सकता है और उस समय इसकी रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। इससे भारी तबाही की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बचाव कार्य के लिए तमिलनाडु, पुडुचेरी तथा आंध्र प्रदेश में 1,200 जवान तैनात कर दिए हैं और 800 जवानों को रिजर्व में रखा है। बुधवार को तमिलनाडु के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है। चेन्नई हवाई अड्डे ने बयान जारी कर कहा कि चक्रवात निवार के कारण चेन्नई हवाई अड्डे से और आने वाली उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। अब तक, चेन्नई हवाई अड्डे से तीन उड़ानें रद हो गईं। हवाई अड्डे ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है जहां एयरलाइंस, राज्य प्रशासन और मेट विभाग सुचारू संचालन के लिए समन्वय कर रहे हैं। निवार चक्रवात से पहले चेन्नई में मंगलवार को भारी बारिश हुई है। इस कारण कई इलाकों में जलजमाव देखेने का मिल रहा है
इंडिगो की 49 उड़ानें रद
इंडिगो विमान सेवा ने बयान जारी कर कहा कि चक्रवात निवार के कारण इंडिगो उड़ानों दक्षिणी क्षेत्र से मुख्य रूप से चेन्नई को बाधित रहेंगी। कल के लिए निर्धारित 49 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हम स्थिति पर नजर रखेंगे और आगे के लिए फैसला करेंगे
मंगलवार रात तक भीषण तूफान में बदल जाएगा
भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘हमारा पूर्वानुमान है कि यह (निवार) मंगलवार रात तक बहुत ही भीषण तूफान में बदल जाएगा। यह बुधवार देर शाम तमिलनाडु तथा पुडुचेरी के तटीय क्षेत्र में कराईकल और मामल्लापुरम के बीच टकराएगा। उस समय इसकी गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है, जो बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है
बता दें कि इस साल बंगाल की खाड़ी में बनने वाला ‘निवार’ दूसरा चक्रवात है। इसके पहले मई में एम्फन चक्रवात बना था, जो सुपर चक्रवात में तब्दील हो गया था।इस बीच, पुडुचेरी में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की आवाजाही और जमावड़ा रोकने के लिए मंगलवार रात नौ बजे से गुरुवार सुबह छह बजे तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इस दौरान वहां सभी दुकानें तथा कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। हालांकि यह आदेश कानून-व्यवस्था तथा जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों पर लागू नहीं होगा।
वहीं, चक्रवात के प्रभाव से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके तथा रायलसीमा में 11-20 सेमी. बारिश होने का अनुमान है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नेल्लोर, प्रकाशम, गुंटूर, कृष्णा, चित्तूर, कडप्पा, करनूल तथा अनंतपुरम जिलों के पुलिस अधीक्षकों और कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक कर सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए।एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा है कि वे सभी स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं। हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं तथा प्रभावित होने वाले राज्यों से समन्वय कर रहे हैं। स्थिति तेजी से बदल रही है। चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 50 टीमें बनाई गई हैं। एक टीम में औसतन 40 जवान होते हैं।