ब्रेकिंग
'आप' सरकार ने नशे के खिलाफ लड़ाई को और तेज किया - पीड़ितों का नशा छुड़ाने और पुनर्वास पर ध्यान केंद्... दूल्हे का दाढ़ी देख बोली- कटवाओ इसे… नहीं माना तो देवर के साथ भाग गई दुल्हनिया बेटी पैदा हुई तो पिला दी मच्छर मारने की दवा, सड़क पर तड़पता छोड़ा, फिर दे दिया तीन तलाक धर्म पूछकर पहले भी मारते थे आतंकी, पंजाब में हिंदुओं को छोड़कर सिखों को मारते थे: गुलाम नबी आजाद पहले की लव मैरिज, फिर किसी से अफेयर के शक में कर डाली हत्या… पति ने पत्नी का बेलन से घोंटा गला पहाड़ी रास्तों का टीचर निकला पहलगाम हमले का असली गुनहगार, कश्मीर के कुपवाड़ा में है घर PAK का क्या होगा? 2 घंटे में 3 सुपर मीटिंग, फुल एक्शन में पीएम मोदी ऐसे आएगी मौत सोचा न था, लिफ्ट लेकर जा रही महिला के साथ दर्दनाक हादसा Verka प्लांट का सहायक प्रबंधक रंगे हाथों काबू, कर रहा था ये घिनौना काम पंजाब-चंडीगढ़ में महंगा हुआ दूध, यहां चैक करें नए Rate, कल से होंगे लागू
मनोरंजन

Movie Review: ‘हमें तुमसे प्यार कितना’ में करणवीर का फिल्मी अंदाज आपको भी बना देगा रोमांटिक, जरुर पढ़ें ये खबर

आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई ललित मोहन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘हमें तुमसे प्यार कितना’. बता दें कि इस फिल्म में करणवीर बोहरा, प्रिया बनर्जी, समीर कोचर, महेश बलराज, भाविन भानुशाली सितारे मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं। तो आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों आपको ये फिल्म जरुर देखने जाना चाहिए।

टीवी के जाने-माने अभिनेता करणवीर बोहरा के होम प्रॉडक्शन की फिल्म ‘हमें तुमसे प्यार कितना’ इसी परंपरा को आगे बढ़ाती है, जहां हीरो, हीरोइन को लेकर ऑब्सेस्ड हो जाता है। वैसे हिंदी मसाला फिल्मों में यह विषय आजमाया हुआ नुस्खा है, मगर आज के दौर में इस सब्जेक्ट पर फिल्म बनाना आउटडेटेड लगता है।

जानिए क्या है फिल्म की कहानी में बेहद खास…

मनाली में बुक स्टोर और कैफे चलानेवाला ध्रुव (करणवीर बोहरा) जानी-मानी नॉवल राइटर अनन्या त्रिपाठी (प्रिया बनर्जी) के प्यार में पागल है। असल में जब पहली बार अनन्या ने अपनी किताब पर उसे ऑटोग्राफ दिया था, तभी से ध्रुव को गलतफहमी हो गई थी कि अनन्या भी उससे मोहब्बत करती है। जबकि अनन्या अमीर बिल्डर रणवीर (समीर कोचर) को चाहती है। जब ध्रुव को पता चलता है कि अनन्या की मंगनी रणवीर से हो गई, तो वह आग बबूला होकर अनन्या को समीर से दूर करने की साजिशें रचता है, मगर उसकी साजिशों में बात बिगड़ती जाती है। ध्रुव की असलियत से नावाकिफ अनन्या उसी को मौत के मुंह से बचाती है। जब तक अनन्या के सामने ध्रुव का असली चेहरा आता, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

आखिर क्या रह गई कमी…

फिल्म की कहानी में हैप्पनिंग्ज और थ्रिल की कमी खलती है, हां क्लाइमेक्स जरूर रोचक है। करणवीर बोहरा का अभिनय फिल्म का प्लस पॉइंट है। इस तरह की जुनूनी भूमिकाओं में करणवीर खूब सजते हैं और उन्होंने अपनी भूमिका को शिद्दत से निभाया है। अनन्या के रूप में प्रिया के चरित्र में कई रंग थे, मगर उन्होंने अपने किरदार को सपाट तरीके से जिया है। वह खूबसूरत लगी हैं। इंस्पेक्टर अरुण शेरावत के रूप में महेश बलराज कुछ पलों की राहत जरूर देते हैं, वरना रोल के हिसाब से समीर कोचर के हाथ भी कुछ खास नहीं लगा है। टोनी कक्कड़ के संगीत में टोनी कक्कड़ और नेहा कक्कड़ का गाया, ‘हमने रेत पर’ मधुर बन पड़ा है। गाने का फिल्मांकन भी खूबसूरत है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button