ब्रेकिंग
नोएडा-ग्रेनो को मिलेंगी 10 मिनी बसें, इन रूटों पर दौड़ेंगी, 2 करोड़ लोगों को होगा फायदा बड़ा झटका! अटक गई प्रभास की बड़ी फिल्म, ये 2 खिलाड़ी बिगाड़ रहे खेल! धर्मस्थल एक पूजा स्थल, राजनीति नहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, जानिए क्या है पूरा केस? पलटी मारते-मारते इनका सिर चकरा गया, अब बिहार को ओरिजनल सीएम की जरूरत..पटना में बोले तेजस्वी वैष्णो देवी में अभी भी नहीं सुधरे हालात, भक्तों को होटल खाली करने के आदेश, यात्रा की प्लानिंग से पहल... खुल गया पुजारी की हत्या का राज, शादीशुदा महिला से बनाए थे संबंध… उसी के पति ने कर डाला काम तमाम बांसवाड़ा: स्कूल से लौटते वक्त बच्ची को उठा ले गए दरिंदे, रेप के बाद की बर्बरता… प्राइवेट पार्ट पर ग... पर्दे के पीछे कांग्रेस-BJP दोस्त, केजरीवाल को हराने के लिए रची थी साजिश… आतिशी का दावा धौलाकुआं में अब नहीं होगा ट्रैफिक जाम… फर्राटे भरेंगे वाहन, NHAI ने बनाया ये खास प्लान रूद्रप्रयाग: कार पर टूटकर गिरा पहाड़, दबकर दो की मौत, केदारनाथ जाने वाला रास्ता बंद
देश

चमोली आपदा: राहत व बचाव कार्यों में तेजी, 26 हुई मृतकों की संख्या, 171 अभी भी लापता

देहरादूनः उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को अचानक आई विकराल बाढ से प्रभावित क्षेत्र में बचाव और राहत अभियान में सोमवार को तेजी आ गई। वहीं इस आपदा में मरने वालों की संख्या 26 हो गई और 171 अन्य अभी लापता हैं।

ऋषिगंगा घाटी के रैंणी क्षेत्र में ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में आई बाढ से क्षतिग्रस्त 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा और 480 मेगावाट की निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगाड पनबिजली परियोजनाओं में लापता लोगों की तलाश के लिए सेना,आइटीबीपी, एनडीआरएफ के जवानों के बचाव और राहत अभियान में जुट जाने से उसमें तेजी आ गई है। उत्तराखंड राज्य आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, आपदा में 171 लोगों के लापता होने की सूचना है जबकि अभी तक 26 शव बरामद हो चुके हैं।

वहीं अधिकारियों ने बताया कि लापता लोगों में पनबिजली परियोजनाओं में कार्यरत लोगों के अलावा आसपास के गांवों के स्थानीय लोग भी है, जिनके घर बाढ के पानी में बह गए। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने भी प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और बताया कि एनटीपीसी की निर्माणाधीन 480 मेगावाट तपोवन विष्णुगाड परियोजना को अनुमानित 1,500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी को परियोजना में मरने वालों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा देने को भी कहा गया है ताकि वह इस त्रासदी से उबर सकें।

बता दें कि आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन क्षेत्र में बिजली परियोजना की छोटी सुरंग से 12 लोगों को रविवार को ही बाहर निकाल लिया गया था जबकि 250 मीटर लंबी दूसरी सुरंग में फंसे 35 लोगों को बाहर निकालने के लिए अभियान जारी है। बचाव और राहत अभियान में बुलडोजर, जेसीबी आदि भारी मशीनों के अलावा रस्सियों और स्निफर कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। हालांकि, सुरंग के घुमावदार होने के कारण उसमें से मलबा निकालने तथा अंदर तक पहुंचने में मुश्किलें आ रही हैं।

Related Articles

Back to top button