प्रतिबंधित पशु की हत्या प्रकरण में उचित कार्रवाई न करने के आरोप में सोनहा थाने के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार, दरोगा अनिल यादव, सिपाही विपिन सिंह और सिपाही राहुल को एसपी आशीष श्रीवास्तव ने निलंबित कर दिया है। साथ ही एक एसआई समेत 18 नामजद और 20 अन्य अज्ञात के खिलाफ गोवध अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मंगलवार को डीआईजी आरके भारद्वाज और एसपी आशीष श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। एसपी ने बताया कि मौके पर आसपास के थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। शांति व्यवस्था कायम है। सोनहा थाना क्षेत्र के गदापुर गांव में सोमवार को प्रतिबंधित पशु की हत्या का मामला सामने आया था। यह खबर फैलते ही आसपास गांव के ग्रामीण और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता पहुंच गए। तब तक मौके पर पहुंचे सोनहा थाने के एसआई और सिपाही ने पशु के शव को प्रधान के सहयोग से जमीन में दफन करवा दिया था। लोगों के हंगामा करने पर एसडीएम भानपुर गिरीश कुमार झा, एसएचओ विनोद कुमार मौके पर पहुंचे। पशु चिकित्सक बुलवाकर बुलाकर शव को निकलवाया और पोस्टमार्टम कराया गया। इस मामले में विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह की तहरीर पर एसआई सहित 18 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
पशुवध में सोनहा के थानेदार सहित चार पुलिस कर्मी निलंबित
बस्ती/सोनहा/भानपुर। सोनहा थाना क्षेत्र के गदापुर चक गांव के सीवान में प्रतिबंधित पशु की हत्या करने के मामले ने तूल पकड़ लिया। थाने के एसएचओ विनोद कुमार, हल्का दरोगा अनिल यादव और दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया। मामले में विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष की तहरीर पर हल्का दरोगा समेत 18 लोगों के विरुद्ध गोवध निवारण और पशु क्रूरता अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से 10 आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस कर चुकी है। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बाकी की तलाश भी की जा रही है। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
सोमवार सुबह गदापुर चक गांव के बाग में पशु वध की सूचना पुलिस को दी गई। बताया जा रहा है कि थाने के एक एसआई और आरक्षी मौके पर पहुंचे और पशु के शव को मिट्टी में दफन करवा दिया। इस बात की जानकारी विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ताओं को हो गई। जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह अन्य कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए। काफी संख्या में ग्रामीणों के इकट्ठा होने की जानकारी मिलने पर एसडीएम भानपुर और एसएचओ मौके पर पहुंचे। एसडीएम की मौजूदगी में पशु के शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया गया। घटना के बाद पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगने लगा। मामले को तूल पकड़ते देख गांव में सोनहा के अलावा वाल्टरगंज और पुरानी बस्ती थाने की पुलिस बुला ली गई।
बाद में विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह की तहरीर पर हारून , अब्बूहाजी, हवीब, तौहिद, गुलाब, मुबारक, सफीकुल्लाह हाजी, इम्तियाज अली, रज्जाक, इश्क मिया, जाहिद होमगार्ड, सलीम, रसीद, तजामुल, जुगुन, टिल्लू और ग्राम प्रधान पवन द्विवेदी उर्फ मंटू दुबे निवासी गदापुर चक थाना सोनहा के अलावा थाने के एसआई अनिल यादव और अज्ञात 20 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
एसपी ने बताया कि इनमें जुबेर अहमद, सहाबुद्दीन, अब्दुल अहद, तफ्सीर अहमद उर्फ जुगनू, समीर अहमद, अब्दुल कलाम उर्फ बुद्दू, फैयाज अहमद, अब्दुल रहीम, मो. मारुफ, और इकबाल उर्फ नन्हू निवासी गदापुर चक को उनके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी के नाम तफ्तीश के दौरान सामने आए थे। नामजद सहित बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
प्रतिबंधित पशु की हत्या के मामले में समय रहते अपेक्षित कार्रवाई न करने के आरोप में सोनहा थाने के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही एक एसआई, आरक्षी समेत अट्ठारह नामजद और 20 अन्य अज्ञात के खिलाफ प्रतिबंधित पशु वध के विभिन्न नियमों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मौके पर आसपास के थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। शांति व्यवस्था कायम है। सोमवार को सोनहा थाना क्षेत्र के गदा पुर गांव में प्रतिबंधित पशु की हत्या का मामला सामने आया था। यह खबर फैलते आसपास गांव के ग्रामीण और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता पहुंच गए। तब तक मौके पर पहुंचे सोनहा थाने के एसआई और सिपाही ने पशु के शव को जमीन में दफन करवा दिया था।
लोगों के हंगामा करने पर एसडीएम भानपुर गिरीश कुमार झा, एसएसओ विनोद कुमार मौके पर पहुंचे। पशु चिकित्सक बुलवाकर बुलाकर पशु के शव को निकलवाया और पोस्टमार्टम कराया गया। इस मामले में विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह की तहरीर पर एसआई, एक सिपाही सहित 18 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।