बीएसपी कर्मियों के लिए नहीं है बीपी और शुगर की दवा

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित सेक्टर- 9 अस्पताल में कर्मचारियों को बीपी और शुगर की दवा नहीं मिल रही है। पिछले एक सप्ताह से कर्मचारी डाक्टर द्वारा लिखी पर्ची लेकर लगातार चक्कर काट रहे हैं । ऐसे कर्मचारियों से फार्मेसी में कह दिया जाता है कि अभी दोनों ही दवा नहीं है ।बाद में आएं। संयंत्र कर्मचारियों द्वारा बीपी और शुगर की दवा बाजार से खरीदने की वजह से उन्हें यह भारी पड़ रहा है । कर्मचारियों ने प्रबंधन से आग्रह किया है कि दोनों दवा उपलब्ध कराएं।
भिलाई इस्पात संयंत्र में इस समय 15800 कर्मचारी काम करते हैं । इनमें से 70 फीसद कर्मचारियों को बीपी – शुगर की बीमारी है । इसके अलावा और रिटायर्ड कर्मचारियों की तादाद भी काफी अधिक है। इसकी वजह से बीपी और शुगर की दवा की मांग यहां पर काफी अधिक है। इस दवा की उपलब्धता इस समय अस्पताल में नहीं होने की वजह से कर्मचारियों को फार्मेसी द्वारा बैरंग लौटना पड़ रहा है । अस्पताल में कर्मचारियों को शुगर के लिए मेटफार्मिन और बीपी के लिए लोसाटरन नामक दवा दी जाती है।
बीएसपी प्रबंधन द्वारा बीपी और शुगर की दवाई की मांग अधिक होने की वजह से पर्याप्त मात्रा में राशि उपलब्ध कराई गई है ,लेकिन सेक्टर -9 अस्पताल के सेंट्रल स्टोर में बैठे अफसरों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। समय रहते कर्मचारियों की मांग के अनुरूप दवा नहीं मंगाई जा रही है ।यही वजह है कि दवाइयों का टोटा सा हो गया है ।
बृज बिहारी मिश्रा , उप महासचिव भिलाई इस्पात कर्मचारी यूनियन बीएसपी ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को इस बात की पूरी तरह से जानकारी है कि संयंत्र में काम करने वाले कर्मचारी मानसिक तनाव के कारण शुगर और बीपी के मरीज हो गए हैं । इसके बावजूद प्रबंधन इस दवा की उपलब्धता नहीं करा पा रहा है।जिसे लेकर कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।