ब्रेकिंग
'आप' सरकार ने नशे के खिलाफ लड़ाई को और तेज किया - पीड़ितों का नशा छुड़ाने और पुनर्वास पर ध्यान केंद्... दूल्हे का दाढ़ी देख बोली- कटवाओ इसे… नहीं माना तो देवर के साथ भाग गई दुल्हनिया बेटी पैदा हुई तो पिला दी मच्छर मारने की दवा, सड़क पर तड़पता छोड़ा, फिर दे दिया तीन तलाक धर्म पूछकर पहले भी मारते थे आतंकी, पंजाब में हिंदुओं को छोड़कर सिखों को मारते थे: गुलाम नबी आजाद पहले की लव मैरिज, फिर किसी से अफेयर के शक में कर डाली हत्या… पति ने पत्नी का बेलन से घोंटा गला पहाड़ी रास्तों का टीचर निकला पहलगाम हमले का असली गुनहगार, कश्मीर के कुपवाड़ा में है घर PAK का क्या होगा? 2 घंटे में 3 सुपर मीटिंग, फुल एक्शन में पीएम मोदी ऐसे आएगी मौत सोचा न था, लिफ्ट लेकर जा रही महिला के साथ दर्दनाक हादसा Verka प्लांट का सहायक प्रबंधक रंगे हाथों काबू, कर रहा था ये घिनौना काम पंजाब-चंडीगढ़ में महंगा हुआ दूध, यहां चैक करें नए Rate, कल से होंगे लागू
देश

NMC बिल प्रदर्शनः डॉक्टरों की हड़ताल का तीसरा दिन, अस्पतालों में तड़प रहे मरीज

नई दिल्लीः पिछले तीन दिन से लगातार दिल्ली के एम्स के डॉक्टर हड़ताल पर हैं और डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। ऐसे में अस्पताल के मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एम्स ने स्वास्थय संबंधी सारी सेवाएं बंद कर दी है। जिसके चलते मरीजों को काफी दिक्कतें आ रही हैं

गौरतलब है कि राज्यसभा में एमएनसी बिल के पास किये जाने से एम्स के डॉक्टर काफी नाराज हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बिल पास करवा दिया और सरकार का दावा है कि ये बिल डॉक्टरों के हित में है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की जगह नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) बिल को मोदी सरकार राज्यसभा में भी पास कराने में कामयाब रही, वहीं इस बिल के खिलाफ देशभर में डॉक्टर सड़कों पर उतर आए और गुरुवार को अधिकांश डॉक्टर हड़ताल पर रहे।

नेशनल मेडिकल कमिशन विधेयक (NMC) के विरोध में देशभर में डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। इस मामले पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने डॉक्टरों से हड़ताल पर न जाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यह बिल डॉक्टरों के हित में है।

विरोध के बावजूद सरकार गुरुवार को राज्यसभा में यह बिल पास कराने में कामयाब हो गई जबकि 29 जुलाई को लोकसभा में यह बिल पास हो गया था। बिल पास होने के बाद अगले 3 सालों में नेशनल मेडिकल कमीशन का गठन किया जाएगा। इससे पहले एमसीआई के पास एडमिशन, मेडिकल शिक्षा, डॉक्टरों की रजिस्ट्रेशन से जुड़े काम होते थे, लेकिन अब इस बिल के पास होने के बाद यह सारा काम एनएमसी के पास चला जाएगा। इस तरह से एमसीआई की जगह नेशनल मेडिकल कमीशन ले लेगा।

बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस विधेयक को 17 जुलाई के दिन मंजूरी दे दी थी। विधेयक का मुख्य उद्देश्य मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) के स्थान पर एक चिकित्सा आयोग स्थापित करना है। बताया जाता है कि इससे भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम 1956 निरस्त हो जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button