जम्मू के हालात बेहद खराब, धारा 144 के चलते बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज

जम्मूः जम्मू में भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत लगायी गई पाबंदियां लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रही और यहां पर सभी सरकारी और निजी विद्यालय समेत तमाम शैक्षणिक संस्थानें बंद हैं। सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने और राज्य का पुनर्गठन कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद यहां काफी चौकसी बरती जा रही है।
जम्मू, कठुआ, संबा, पुंछ, डोडा, राजौरी तथा उधमपुर सहित विभिन्न जिलों के उपायुक्तों ने बुधवार को आदेश जारी कर कहा कि सभी निजी और सरकारी विद्यालय सुरक्षा कारणों से अगले आदेश तक बंद रहेंगे।जम्मू की उपायुक्त सुषमा चौहान ने कहा कि जम्मू जिले में अगले आदेश तक धारा 144 लागू रहेगी और पाबंदियों को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के सभी जिलों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 40 कम्पनियां तैनात हैं। जम्मू जिले में सीआरपीएफ की छह कम्पनियां तैनात हैं, वहीं संबा तथा कठुआ जिले में दो-दो कम्पनियां तैनात हैं। उधमपुर जिले में चार, रियासी जिले में एक, राजौरी जिले में आठ, पुंछ जिले में छह तथा डोडा जिले में सीआरपीएफ की 11 कम्पनियां तैनात हैं। साथ ही विभिन्न हिस्सों में सेना को भी तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवा को स्थगित कर दिया गया है तथा एहतियातन पूरे क्षेत्र में पाबंदिया लगा दी गयी हैं।’’ विभिन्न विद्यालों तथा जम्मू विश्वविद्यालय की परीक्षाएं अगले आदेश तक स्थगित कर दी गयी हैं। इन परीक्षाओं की नई तारीखों की घोषणा बाद में की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को हटाने तथा राज्य का पुनर्गठन कर दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख बनाने का फैसला लिया है। इसके बाद से पूरे जम्मू-कश्मीर में कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लागू हैं।