पाकिस्तान के रवैये के बाद करतारपुर कॉरिडोर पर बना सस्पेंस

भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद पाकिस्तान की सरकार पूरी तरह तिलमिला उठी है। पाकिस्तान ने भारत के साथ सारे व्यापारिक रिश्ते खत्म कर लिए हैं और ना ही कोई व्यापार करना चाहता हैं। यहां तक की भारत के विमानों का रास्ता भी रोक दिया है। अब इन सब में करतारपुर कॉरिडोर पर भी सस्पेंस बनता जा रहा हैं, क्याेंकि जहां पाकिस्तान भारत के साथ सारे रिश्ते तोड़ रहा है, वहीं पर अब करतारपुर कॉरिडोर का मुकम्मल होना नामुमकिन लग रहा है।
करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान पर 90 प्रतिशत तक का काम पूरा हाे चुका हैं, ताे दूसरी तरफ भारत में काफी काम बाकी हैं। भारत के सिख श्रद्धालु ताे यहीं चाहते हैं कि करतारपुर कॉरिडोर खुले और वह वहां जा सकें। करतारपुर साहिब को सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव ने 1522 में स्थापित किया था।
जानकारी के लिए आपकाे बता दें, पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर के लिए 100 करोड़ का बजट रखा हैं, यहां तक की पाक ने करतारपुर गुरुद्वारे के लिए जमीन का आबंटन 3 एकड़ से बढ़ाकर 42 एकड़ करने की घोषणा की हैं। गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए 42 एकड़ जमीन और खेती के लिए 62 एकड़ जमीन आबंटित की जा रही है। इस तरह, गुरुद्वारा दरबार साहिब के लिए कुल 104 एकड़ जमीन दी जाएगी।
ताे दूसरी तरफ, भारत ने इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। अब तक 45 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है। भारत सरकार की इस प्रोजेक्ट को 30 सितंबर तक पूरा करने की योजना है। अब इस पर सस्पेंस बढ़ता जा रहा हैं, कि आगे पाकिस्तान का कदम क्या हाेंगा।
गौरतलब है, कि 12 नवंबर में गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व पंजाब में बड़े जोर-शोर से मनाया जाएगा और इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। बहुत सारे सिख श्रद्धालु नवंबर में करतारपुर गुरुद्वारा के दर्शनों के लिए जाना चाहते हैं। करतारपुर पाकिस्तान में स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब 5 किलोमीटर है, इसीलिए डेरा बाबा नानक से करतारपुर के लिए कॉरिडोर बनाया जा रहा है। पाकिस्तान में इस पर काफी काम हो चुका है और भारत में भी इस पर काम बड़े जोर-शोर से चल रहा है।