ब्रेकिंग
फ्लाइट टिकट, WhatsApp मैसेज और आखिरी गुड बाय … निकिता सिंघानिया और अतुल सुभाष के बीच क्या हुआ था उस ... आरिफ मोहम्मद खान होंगे बिहार के नए राज्यपाल, जनरल वीके सिंह मिजोरम के गवर्नर नियुक्त स्वामी श्रद्धानंद की पुण्यतिथि पर हुआ 1100 कुंडीय यज्ञ, सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि पीएम मोदी ने अर्थशास्त्रियों के साथ की बैठक, 2025 के बजट को लेकर हुई चर्चा बीजापुर में नहीं थम रहा नक्सलियों का आतंक, 3 दिन में 3 आदिवासी युवकों की हत्या; दहशत में ग्रामीण शिमला में इस बार ‘वॉइट क्रिसमस’, बर्फ की चादर में लिपटा शहर, टूरिस्टों में उत्साह; कहा- इस बार पैसा ... ‘मुझे पहले मोटा-तोतला बोलते थे, अब मेरे भक्ति पर आ गई’… बाल भक्त अभिनव अरोड़ा ने क्यों कहा ऐसा? इन लोगों ने मेरे क्षेत्र में वोट खरीदने शुरू कर दिए हैं… अरविंद केजरीवाल का बड़ा आरोप नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का बदलेगा लुक, देखकर आएगा दुबई जैसा फील; RLDA ने बनाया तगड़ा प्लान ठंड में धूप का मजा लेना पड़ा भारी, दिन में चोरों ने साफ कर दिया घर; छत पर बैठे थे घरवाले

वंदे भारत ट्रेन की पहली महिला लोको पायलट बनी सुरेखा यादव

 सुरेखा यादव एक काफी चर्चित नाम बनकर सामने आयी है. अगर आप इनके बारे में नहीं जानते तो बता दें इन्हें एशिया की पहली महिला लोको पायलट की उपलब्धि मिल चुकी है.

इस उपाधि को इन्होने हाल में शुरू हुई सेमी-हाई स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का संचालन करके हासिल किया है. सेंट्रल रेलवे की ओर से इस बात की जानकारी दी गयी है. जानकारी के लिए बता दें सुरेखा यादव ने सोमवार को सोलापुर स्टेशन और मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) के बीच इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन का संचालन किया. सेंट्रल रेलवे की ओर से इस बात की जानकारी देते हुए एक विज्ञप्ति जारी की गयी, विज्ञप्ति के अनुसार ट्रेन 13 मार्च को निर्धारित समय पर सोलापुर स्टेशन से रवाना हुई और आगमन के निर्धारित समय से पांच मिनट पहले CSMT स्टेशन पहुंची. विज्ञप्ति में कहा गया है कि 450 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने पर यादव को CSMT स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8 पर सम्मानित किया गया.

पीएम मोदी को कहा धन्यवाद

अपनी इस उपलब्धि पर बात करते हुए सुरेखा यादव ने बताया कि- मेरी पहली नियुक्ति साल 1989 में हुई थी. वहां से मैं अब वंदे भारत एक्सप्रेस में हूं. मुझे सभी का समर्थन मिला. मैं वंदे भारत एक्सप्रेस को मुंबई लाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देती हूं.

1989 में बनी एशिया की पहली लोको पायलट

सतारा की रहने वाली सुरेखा यादव ने साल 1989 में भारत ही नहीं बल्कि एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर की उपाधि हासिल की थी. सुरेखा ने 1989 में देश की पहली महिला ट्रेन चालक के रूप में जगह हासिल की. अगर आप नहीं जानते तो बता दें सुरेखा अप्रैल 2000 में पहली “लेडीज स्पेशल” को भी संभाल चुकी हैं और उनके इन्हीं कार्यों की वजह से उन्हें अब तक राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है.

 

फ्लाइट टिकट, WhatsApp मैसेज और आखिरी गुड बाय … निकिता सिंघानिया और अतुल सुभाष के बीच क्या हुआ था उस रात?     |     आरिफ मोहम्मद खान होंगे बिहार के नए राज्यपाल, जनरल वीके सिंह मिजोरम के गवर्नर नियुक्त     |     स्वामी श्रद्धानंद की पुण्यतिथि पर हुआ 1100 कुंडीय यज्ञ, सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि     |     पीएम मोदी ने अर्थशास्त्रियों के साथ की बैठक, 2025 के बजट को लेकर हुई चर्चा     |     बीजापुर में नहीं थम रहा नक्सलियों का आतंक, 3 दिन में 3 आदिवासी युवकों की हत्या; दहशत में ग्रामीण     |     शिमला में इस बार ‘वॉइट क्रिसमस’, बर्फ की चादर में लिपटा शहर, टूरिस्टों में उत्साह; कहा- इस बार पैसा वसूल एंजॉय     |     ‘मुझे पहले मोटा-तोतला बोलते थे, अब मेरे भक्ति पर आ गई’… बाल भक्त अभिनव अरोड़ा ने क्यों कहा ऐसा?     |     इन लोगों ने मेरे क्षेत्र में वोट खरीदने शुरू कर दिए हैं… अरविंद केजरीवाल का बड़ा आरोप     |     नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का बदलेगा लुक, देखकर आएगा दुबई जैसा फील; RLDA ने बनाया तगड़ा प्लान     |     ठंड में धूप का मजा लेना पड़ा भारी, दिन में चोरों ने साफ कर दिया घर; छत पर बैठे थे घरवाले     |