ब्रेकिंग
AIMIM का बिहार में बढ़ता दखल! विधानसभा चुनाव के लिए जारी की एक और लिस्ट, अब तक उतारे गए इतने उम्मीदव... मोहन भागवत का बड़ा बयान: 'दुनिया विनाश की तरफ जा रही है', बोले- 'मगर समाधान का रास्ता सिर्फ हमारे पा... कर्तव्य पथ पर दिखा अलौकिक दृश्य! दीपों की रोशनी से जगमग हुआ पूरा इलाका, CM रेखा गुप्ता बोलीं- 'यह आस... JNU में छात्रों पर लाठीचार्ज? प्रदर्शन के बाद अध्यक्ष समेत 6 छात्रों के खिलाफ FIR, लगे हाथापाई और अभ... लापरवाही की हद! नसबंदी कराने आई 4 बच्चों की मां को डॉक्टर ने लगाया इंजेक्शन, कुछ ही देर में हो गई मौ... निकाह के 48 घंटे बाद ही मौत का रहस्य! सऊदी से लौटे युवक की लटकी लाश मिली, परिजनों का सीधा आरोप- 'यह ... साध्वी प्रज्ञा के विवादित बोल: लव जिहाद पर भड़कीं, बोलीं- 'बेटी को समझाओ, न माने तो टांगें तोड़कर घर... दिवाली पर किसानों की हुई 'धनवर्षा'! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौ... नॉनवेज बिरयानी पर खून-खराबा! ऑर्डर में गलती होने पर रेस्टोरेंट मालिक को मारी गोली, मौके पर मौत से हड... विवादित बोल पर पलटे गिरिराज सिंह? 'नमक हराम' बयान पर सफाई में बोले- 'जो सरकार का उपकार नहीं मानते, म...
देश

भाजपा के संकटमोचन ने दुनिया को कहा अलविदा- ऐसे रहे जेतली के अंतिम 3 दिन

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता, जाने-माने अधिवक्ता, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री व भाजपा के संकटमोचक अरुण जेतली का शनिवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। एम्स के बुलेटिन के अनुसार राज्यसभा सदस्य जेतली ने 12 बजकर 7 मिनट पर अंतिम सांस ली। जेतली को बेचैनी और सांस लेने में तकलीफ के बाद 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था।

जेतली के एम्स में भर्ती होने केे बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय गृहमंत्री अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने अस्पताल गए थे। जेतली के निधन से देश भर में शोक की लहर दौड़ गई। कोविंद, उपराष्ट्रपति, मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान वित्त, रक्षा, कार्पोरेट मामले एवं सूचना प्रसारण जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभालने वाले जेतली ने लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के पुन: सत्ता में आने पर प्रधानमंत्री से अनुरोध किया था कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाए ताकि वह उपचार करा सकें और स्वस्थ हो सकें। 16 जून 2009 को उन्होंने अपनी पार्टी में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के तहत भाजपा के महामंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वह पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी रहे थे।

पहला दिन- अरुण जेतली के उपचार में एम्स के 5 विभागों के 12 डॉक्टरों की टीम जुटी हुई थी, लेकिन 21 अगस्त की रात अचानक से पूर्व वित्त मंत्री का स्वास्थ्य गिरता चला गया।

दूसरा दिन- दवाओं की डोज बढ़ाई, वैंटीलेटर से एक्मो पर ले जाया गया। शुक्रवार सुबह पेट में संक्रमण का पता चला। शाम को संक्रमण काफी तेजी से शरीर के बाकी अंगों को कवर करने लगा। बीती रात जेतली की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई।

तीसरा दिन- सुबह तक काफी सुधार दिखा तो पूरी टीम को खुशी हुई लेकिन कुछ ही घंटों बाद सुबह करीब साढ़े 9 बजे के आसपास उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई। हर दवा उनके शरीर पर प्रभावहीन हो गई थी, मानो उनका शरीर ही रिस्पांस नहीं कर रहा हो। आखिर में दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button