सावन का पहला सोमवार आने वाला है। इस बार सावन के पहले सोमवार के दिन पंचक भी रहने वाला है। साथ ही इस दिन रेवती नक्षत्र का भी प्रभाव रहेगा। बता दें कि इस बार सावन पर बेहद शुभ संयोग रहने वाला है। इस बार कुछ आठ सावन सोमवार पड़ेगें। सावन के पहले दिन से पंचक लग रहा है तो ऐसे में सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक करना चाहिए या नहीं, इस बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। 10 जुलाई को सोमवार है और इस दिन शाम के समय 6 बजकर 59 मिनट पर पंचक समाप्त हो रहे हैं। इस बार सावन में कुल 8 सोमवार होने वाले हैं।
सावन सोमवार शुभ मुहूर्त
सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई, दूसरा सोमवार 17 जुलाई, तीसरा सोमवार 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई, पांचवा सावन सोमवार 7 अगस्त, छठा सावन सोमवार 14 अगस्त, सातवां सावन सोमवार 21 अगस्त, आठवां सावन सोमवार 28 अगस्त को होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक या भद्रा काल में पूजा-पाठ करने पर कोई रोक नहीं होती है। भगवान शिव कालों के काल महाकाल हैं, सभी ग्रह नक्षत्र उनके अधीन काम करते हैं। इसलिए आप सावन के पहले सोमवार पर निश्चिंत होकर पूरे दिन व्रत और शिव पूजा कर सकते हैं। इस दिन पंचक लगने से कोई समस्या नहीं है।
रुद्राभिषेक के नियम
शिवजी का रुद्राभिषेक करने के लिए शिव मंदिर में जाना ज्यादा उत्तम रहेगा।
अगर आप घर पर रुद्राभिषेक करना चाहते हैं, तो घर के मंदिर में रुद्राभिषेक करना ज्यादा उत्तम रहेगा।
जल से अभिषेक कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि आप तांबे के बर्तन का ही प्रयोग करें।
सावन सोमवार के दिन शाम के समय भगवान शिव को अक्षत, सफेद फूल, चंदन, भांग, धतूरा, गाय का दूध, धूप, दीप, पंचामृत, सुपारी और बेलपत्र आदि चढ़ाकर उनकी पूजा करें। अभिषेक करते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप जरूर करें।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’