Breaking
गया में ताबड़तोड़ फायरिंग, बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या; युवक की हालत गंभीर हार्दिक पंड्या की उल्टी गिनती शुरू, मुंबई इंडियंस को मिली शिकायत के बाद जाएगी कप्तानी? कुणाल हत्याकांड में मास्टरमाइंड मौसा के बाद अब लेडी डॉन गिरफ्तार, हुए और नए खुलासे मनोज बाजपेयी की फिल्म का ट्रेलर देख साउथ वाले शर्म से लाल हो जाएंगे! गौरी और शाहरुख खान का शादी के बाद का पहला ऐड हुआ वायरल, फैंस बोले- तो अब पता चला… 23 सेकंड का वो Video, जिसने केएल राहुल से बहुत कुछ छीन लिया, बॉस ने भी सबके सामने लगाई फटकार शेयर बाजार गिरने के ये रहे पांच कारण, निवेशकों के डूबे 5 लाख करोड़ साल में सिर्फ एक बार ही क्यों दिखते हैं बांके बिहारी के चरण… कब आता है वो मौका? 48 घंटे में ही इजराइल ने राफा में मचा दी तबाही, बॉर्डर खोलने को भी राजी नहीं बीमारियां रहेंगी दूर! ICMR ने बताया, कैसा होना चाहिए खानपान

पांडवों से जुड़ा है मध्यप्रदेश में स्थिति माता के इस मंदिर का इतिहास, माथा टेकने से पूरी होती है हर मनोकामना

आगर मालवा। जिले के नलखेड़ा में एक ऐसा ही मंदिर है मां बगलामुखी काजहां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.. जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर नलखेड़ा में लखुंदर नदी के तट पर विराजमान इस मंदिर का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व है। महाभारत काल से ही इस मंदिर का जिक्र होता आया है। पूरे विश्व में मां बगलामुखी के मात्र 3 मंदिर हैं.. पहला नेपाल , दूसरा दतिया तो तीसरा नलखेड़ा.. नवरात्रि में यहां भक्तों की गजब की भीड़ देखने को मिलती है। यहां बड़े-बड़े राजनेता और अभिनेता भी मां के दर्शन के लिए आते हैं।

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर सौ किलोमीटर दूर ईशान कोण में आगर मालवा जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर नलखेड़ा में लखुंदर नदी के तट पर पूर्वी दिशा में मां बगलामुखी विराजमान हैं। कहा जाता है कि नेपाल और दतिया में ‘श्रीश्री 1008 आद्य शंकराचार्य’ जी द्वारा मां की प्रतिमा स्थापित की गई है, जबकि नलखेड़ा में मां पीतांबर रूप में शाश्वत काल से विराजित है. प्राचीन काल में यहां बगावत नाम का गांव हुआ करता था. यह विश्व शक्ति पीठ के रूप में भी प्रसिद्ध है।

मां बगलामुखी की उपासना से माता वैष्णो देवी और मां हरसिद्धि के समान ही धन और विद्या की प्राप्ति होती है. सोने जैसे पीले रंग वाली, चांदी के जैसे सफेद फूलों की माला धारण करने वाली, चंद्रमा के समान संसार को प्रसन्न करने वाली, इस त्रिशक्ति का दिव्य स्वरूप अपनी ओर आकर्षित करता है. सूर्योदय से पहले ही सिंह मुखी द्वार से प्रवेश के साथ ही भक्तों का मां के दरबार में हाजिरी लगाना और मुराद मांगने का सिलसिला अनादी काल से चला आ रहा है।

गया में ताबड़तोड़ फायरिंग, बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या; युवक की हालत गंभीर     |     हार्दिक पंड्या की उल्टी गिनती शुरू, मुंबई इंडियंस को मिली शिकायत के बाद जाएगी कप्तानी?     |     कुणाल हत्याकांड में मास्टरमाइंड मौसा के बाद अब लेडी डॉन गिरफ्तार, हुए और नए खुलासे     |     मनोज बाजपेयी की फिल्म का ट्रेलर देख साउथ वाले शर्म से लाल हो जाएंगे!     |     गौरी और शाहरुख खान का शादी के बाद का पहला ऐड हुआ वायरल, फैंस बोले- तो अब पता चला…     |     23 सेकंड का वो Video, जिसने केएल राहुल से बहुत कुछ छीन लिया, बॉस ने भी सबके सामने लगाई फटकार     |     शेयर बाजार गिरने के ये रहे पांच कारण, निवेशकों के डूबे 5 लाख करोड़     |     साल में सिर्फ एक बार ही क्यों दिखते हैं बांके बिहारी के चरण… कब आता है वो मौका?     |     48 घंटे में ही इजराइल ने राफा में मचा दी तबाही, बॉर्डर खोलने को भी राजी नहीं     |     बीमारियां रहेंगी दूर! ICMR ने बताया, कैसा होना चाहिए खानपान     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें