मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए दौड़ी इंदौर से चिट्ठी, ताई के तैयार रुट पर नई ट्रेन

इंदौर : मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से मुंबई के बीच रेल यात्रा करने वालों को फिलहाल दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि इंदौर से मुंबई यात्रियों के अनुपात से ट्रेनें बहुत कम हैं. व्यापार के सिलसिले में मुंबई जाने के लिए लोगों को ट्रेन का टिकट नहीं मिलने पर बस का सहारा लेना पड़ता है. इस कारण इंदौर मुंबई का सफर महंगा होने के साथ ही दिक्कतों से भरा होता है. इसके अलावा मुंबई से इंदौर तक माल लाने में भी असुविधा होती है.
ताई ने रेल मंत्री से की वंदे भारत चलाने की मांग
यात्रयों की समस्या को देखते हुए अब पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ताई ने इंदौर से मुंबई तक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है. बता दें कि इंदौर की पूर्व सांसद और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष इन दिनों चिट्ठियों के जरिए इंदौर में विकास कार्यों को लेकर सक्रिय हैं. वह संबंधित मंत्रियों और अफसरों को समय-समय पर इंदौर की समस्याओं को लेकर पत्र लिखती रहती हैं. उनके पत्र को बहुत गंभीरता से लिया जाता है.

इंदौर से मुंबई के बीच यात्रियों का दबाव
गौरतलब है कि फिलहाल इंदौर से मुंबई के लिए दो ट्रेनें चलती हैं. अवंतिका एक्सप्रेस प्रतिदिन चलती है. इंदौर से मुंबई जाने के लिए सबसे ज्यादा भीड़ इसी ट्रेन में रहती है. इसके अलावा सप्ताह में 2 दिन एक अन्य ट्रेन दूरंतो चलाई जा रही है. लेकिन सप्ताह में दो दिन ही चलाई जाने के कारण इस ट्रेन का लोड भी अवंतिका एक्सप्रेस पर रहता है.
ऐसी स्थिति में यात्रियों को मुंबई यात्रा के लिहाज से विमान सेवा अथवा बस आदि की मदद लेनी पड़ती है. यही वजह है कि इंदौर व मुंबई के मध्य यातायात के दबाव को देखते हुए सुमित्रा महाजन ताई ने वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मांग की है.
रेल मंत्री से मांग को गंभीरता से लेने का आग्रह
सुमित्रा महाजन ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को भेजे अपने पत्र में उल्लेख किया है “उनके सुझाव के परीक्षण के बाद मांग पर जरूर विचार किया जाए. यदि वर्तमान में यह सम्भव नहीं हो तो दुरंतो एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाया जाए. जिससे यात्रियों सुविधा मिल सके.” बता दें कि सुमित्रा महाजन पूर्व में भी इस तरह की चिट्ठियां विभिन्न कार्यों के लिए केंद्रीय मंत्रियों को लिख चुकी हैं.
महापौर को ताई के घर आकर करनी पड़ी चर्चा
हाल ही में उन्होंने बीआरटीएस को लेकर भी इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव को चिट्ठी लिखी थी. इसके बाद महापौर को उनके घर पहुंच कर चर्चा करनी पड़ी. दरअसल, बीजेपी सरकार में सुमित्रा महाजन ताई की चिट्ठियों का असर इसलिए भी होता है, क्योंकि वह पूर्व केद्रीय मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष रहने के साथ इंदौर से 8 बार की सांसद रह चुकी हैं. पार्टी फ़ोरम पर उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है. मुख्यमंत्री मोहन यादव भी विभिन्न मसलों पर उनसे चर्चा करते हैं.
मुख्यमंत्री मोहन याादव भी देते हैं ताई को तरजीह
हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उन्हें इंदौर में निर्माण अधीन अहिल्याबाई स्मारक के निर्माण की समिति में भी प्रमुख स्थान दिया है. इधर सुमित्रा महाजन की विभिन्न मांगों को लेकर सांसद शंकर लालवानी भी सक्रिय रहते है, जो अधिकांश मौकों पर ताई की मांग का समर्थन करते नजर आते हैं.