“शिक्षा के मंदिर में दरिंदगी”: जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय में नौकरी का झांसा देकर युवती से रेप; बाबू और प्यून ने किया शर्मसार

जबलपुर। जवाहर लाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर कैंपस में एक युवती से रेप किया गया। उसके बाद आरोपितों ने युवती को मुंह बंद रखने के लिए धमकाया। किसी को कुछ बताने पर नौकरी नहीं लगवाने और बदनाम करने की धमकी दी। मामले में आरोपित विश्वविद्यालय के लिपिक दुर्गाशंकर सिंगरहा और उसके साथी भृत्य मुकेश सेन को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना गुरुवार की है।
आरोपियों के चंगुल से छूटकर युवती घर पहुंची। स्वजन को जानकारी दी। उसके बाद शुक्रवार को अधारताल थाने पहुंची। घटना की शिकायत दर्ज कराई। तिलवारा निवासी 22 वर्षीय युवती को सोशल मीडिया से कृषि विश्वविद्यालय में संविदा कर्मियों की भर्ती होने का पता चला। उसने जानकारी लेने के लिए कृषि विश्वविद्यालय की वेबसाइट से कुलगुरु कार्यालय का फोन नंबर प्राप्त किया। उस नंबर युवती की बातचीत कछपुरा निवासी दुर्गाशंकर सिंगरहा से हुई। सिंगरहा विश्वविद्यालय में अपर डिवीजन क्लर्क है। उसने युवती से अर्हता को लेकर बातचीत की।
नौकरी लगवाने में मदद की बात कही
अधिकारियों से अपनी पहचान होना और उसकी नौकरी लगवाने में मदद कराने की बात कही। उसने युवती को अर्हता संबंधी अभिलेखों के साथ गुरुवार को मिलने के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में बुलाया। युवती के पहुंचने पर दुर्गांशकर उसे लेकर विश्वविद्यालय परिसर के कृषि नगर में रहने वाले भृत्य मुकेश सेन के आवास में लेकर पहुंचे। कुछ देर बाद मुकेश आवास का दरवाजा बाहर से बंद कर चला गया। अकेला पाकर दुर्गाशंकर ने युवती के साथ दुष्कर्म किया। युवती ने शोर मचाने का प्रयास किया तो उसका मुंह दबा दिया। आरोपित दुर्गाशंकर ने काफी देर तक युवती को बंधकर बनाकर रखा।
काफी देर बाद मुकेश लौटकर आया और उसने अपने आवास पर लगी कुंडली हटाया। तब दुर्गाशंकर युवती को धमकाने लगा कि यदि उसने किसी से कुछ नहीं कहा तो वह उसकी नौकरी पक्की करवा देगा। उसके बाद दुर्गाशंकर वहां से चला गया। युवती को अकेला पाकर भृत्य मुकेश ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दिया।
अश्लीलता का प्रयास करने पर युवती चिल्लाने लगी। तब घबराकर मुकेश ने उसे छोड़ दिया। वह उनके चंगुल से निकलकर शाम को घर पहुंची। शुक्रवार को पुलिस से मिलकर बताया कि आरोपितों ने एफआईआर कराने पर उसे जान से मारने धमकी दी है। मामले में मुख्य आरोपित लिपिक दुर्गाशंकर के साथ भृत्य को आरोपित बनाया है। दोनों को शुक्रवार को न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
सुरक्षा पर सवाल, ऐसी घटनाओं से व्यवस्था शर्मसार
कृषि विश्वविद्यालय में इस घटना के बाद जहां लोगों में व्यवस्था को लेकर रोष है तो वहीं सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। नौकरी दिलाने का झांसा देकर आखिर कैसे विवि के कर्मचारी ऐसा कर सकते हैं। व्यवस्था पर सवाल उठाती घटना के बाद क्षेत्र में चर्चा का माहौल गर्म रहा। इस मामले में लोगों का दबे स्वर में कहना है कि आखिर कैसे विवि के कर्मचारी नौकरी दिलाने को लेकर इस तरह का कृत्य कर सकते हैं।
मालूम हो कि विवि परिसर काफी बड़ा है, यहां सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं। घटना के बाद आपराधिक गतिविधियों के होने का अंदेशा बढ़ गया है। कृषि नगर में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करने वाली इस घटना के बाद यहां पर व्यवस्था सघन होना चाहिए।





