इंसेफलाइटिस का कहर:बाजार में बेची जा रही लीची के लिए जाएंगे सैंपल,विषैले पदार्थ की होगी जांच

बिहार में फैले चमकी बुखार (Acute Encephalitis Syndrome) को लेकर हर ओर से जां’च चल रही है। अभी तक इसके फैलने का कोई मुख्य कारण स्पष्ट तो नहीं हो पाया है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि लीची में डाले जा रहे कीटना’शक और अन्य केमिकल इसका कारण हो सकते हैं।
इसी क्रम में Department of Health & Family Welfare,Govt of Odisha ने Food Safety Commissioner को बाजार में बेची जा रही लीची के सैंपल इकट्ठा करने का निर्देश दिया है।
बिहार का मुजफ्फरपुर पिछले 18 दिनों से लगातार मासूम बच्चों की मौ’त की वजह से चर्चा में है। चमकी बुखार से अबतक 100 से ज्यादा बच्चों की जा’न जा चुकी है।
राज्य के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार 18 दिन के बाद मासूम बच्चों की सुध लेने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल सेंटर (SKMCH) पहुंचे। उनके आने के बाद लोगों ने का’ले झंडे दिखाने शुरु कर दिए और नीतीश कुमार हा’य-हा’य के ना’रे लगाने शुरु कर दिए।
मुजफ्फरपुर के जिलाधाकारी दीपक कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने निर्देश दिए हैं कि इस बीमारी के फैलने के कारणों पर शोध किया जाए और जिन-जिन क्षेत्रों में यह फैल रहा है उनका ठीक से विश्लेषण किया जाए।
आपको बता दें कि चमकी बुखार के कारण पिछले 30 साल से मुजफ्फरपुर प्रभा’वित है। हर साल बच्चों की मौ’त की खबर यहां से आती है। 2012 और 2014 में मौ’त के आंकड़ें सबसे ज्यादा थे।
नीतीश कुमार ने अपने दौरे के बाद निर्देश दिए कि अस्पताल में सुविधाओं को बढ़ाया जाए और बच्चों के परिवारों के लिए धर्मशाला का इंतजाम किया जाए।