Breaking
प्रदेश के वकीलों की सर्वोच्च संस्था स्टेट बार में हंगामे की स्थिति दोपहिया वाहन सवार को बचाने में पलटा ट्रक, बाजू से गुजर रहा मोटरसाइकिल सवार चपेट में आया, मौत 10 साल में चुराया 3.37 करोड़ रुपये से अधिक का पानी, राठौर और उसके रिश्तेदार पर केस दर्ज बद्रीनाथ दर्शन कर लौट रहे खरगोन के श्रद्धालु हादसे का शिकार, वाहन पलटने से एक की मौत, आठ घायल इंदौर के संग्रहालय ने सहेजा भारत का इतिहास, सिंधु घाटी सभ्‍यता के अवशेष से लेकर होलकर वंश तक के सिक्... 50 लाख की चोरी सहित दो और स्थानों की चोरी का तरीका एक जैसा उज्जैन में डेढ़ लाख लोग High BP से ग्रस्‍त, भूलकर भी ना करें इन दो चीजों का सेवन वन विभाग के प्रयासों का असर, गर्मी में आबादी क्षेत्र में नहीं आ रहे जानवर, जंगलों में बनाए जलकुंड उमरिया के ताला गांव में घुसा जंगली हाथी, कई वृक्षों को किया तहस-नहस जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ते दौड़ते बेहोश होकर गिरा 17 साल का युवक, मौत

15000 रुपये से अधिक बेसिक सैलरी वालों के लिए नई पेंशन योजना पर मोदी सरकार कर रही विचार

संगठित क्षेत्र के 15,000 रुपये से अधिक का मूल वेतन पाने वाले तथा कर्मचारी पेंशन योजना-1995 के तहत अनिवार्य रूप से नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए एक नई पेंशन योजना लाने पर विचार कर रहा है। वर्तमान में संगठित क्षेत्र के वे कर्मचारी जिनका मूल वेतन  15,000 रुपये तक है, अनिवार्य रूप से ईपीएस-95 के तहत आते हैं।

पीएफओ के सदस्यों ने ऊंचे योगदान पर अधिक पेंशन की मांग की है। इस प्रकार उन लोगों के लिए एक नया पेंशन उत्पाद या योजना लाने के लिए सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है, जिनका मासिक मूल वेतन 15,000 रुपये से अधिक है। इस नए पेंशन उत्पाद पर प्रस्ताव 11 और 12 मार्च को गुवाहाटी में ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड  की बैठक में आ सकता है। बैठक के दौरान सीबीटी की ओर से नवंबर, 2021 में पेंशन संबंधी मुद्दों पर गठित एक उप-समिति भी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

ऐसे ईपीएफओ अंशधारक हैं जिन्हें 15,000 रुपये से अधिक का मासिक मूल वेतन मिल रहा है, लेकिन वे ईपीएस-95 के तहत 8.33 प्रतिशत की कम दर से ही योगदान कर पाते हैं। इस तरह उन्हें कम पेंशन मिलती है। ईपीएफओ ने 2014 में मासिक पेंशन योग्य मूल वेतन को 15,000 रुपये तक सीमित करने के लिए योजना में संशोधन किया था। 15,000 रुपये की सीमा केवल सेवा में शामिल होने के समय लागू होती है। संगठित क्षेत्र में वेतन संशोधन और मूल्यवृद्धि की वजह से इसे एक सितंबर, 2014 से 6,500 रुपये से ऊपर संशोधित किया गया था।

प्रदेश के वकीलों की सर्वोच्च संस्था स्टेट बार में हंगामे की स्थिति     |     दोपहिया वाहन सवार को बचाने में पलटा ट्रक, बाजू से गुजर रहा मोटरसाइकिल सवार चपेट में आया, मौत     |     10 साल में चुराया 3.37 करोड़ रुपये से अधिक का पानी, राठौर और उसके रिश्तेदार पर केस दर्ज     |     बद्रीनाथ दर्शन कर लौट रहे खरगोन के श्रद्धालु हादसे का शिकार, वाहन पलटने से एक की मौत, आठ घायल     |     इंदौर के संग्रहालय ने सहेजा भारत का इतिहास, सिंधु घाटी सभ्‍यता के अवशेष से लेकर होलकर वंश तक के सिक्के हैं मौजूद     |     50 लाख की चोरी सहित दो और स्थानों की चोरी का तरीका एक जैसा     |     उज्जैन में डेढ़ लाख लोग High BP से ग्रस्‍त, भूलकर भी ना करें इन दो चीजों का सेवन     |     वन विभाग के प्रयासों का असर, गर्मी में आबादी क्षेत्र में नहीं आ रहे जानवर, जंगलों में बनाए जलकुंड     |     उमरिया के ताला गांव में घुसा जंगली हाथी, कई वृक्षों को किया तहस-नहस     |     जिम में ट्रेडमिल पर दौड़ते दौड़ते बेहोश होकर गिरा 17 साल का युवक, मौत     |    

पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें