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सोनभद्र नरसंहार: आज उम्भा गांव में आदिवासी परिवारों से मुलाकात करेंगी प्रियंका गांधी

सोनभद्रः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज उम्भा गांव का दौरा कर पिछले महीने नरसंहार में मारे गए आदिवासियों के परिवार वालों से मुलाकात करेंगी। इस दौरान वह पीड़ित परिवारों से मिलने के अलावा उम्भा में हो रहे विकास कार्यों के बारे में आदिवासी समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगी। प्रशासन ने प्रियंका के दौरे और उनकी सुरक्षा की तैयारियां पूरी कर ली हैं।

इस बीच, बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सोनभद्र में हुई जमीन की धांधलियों के लिए प्रियंका को माफी मांगनी चाहिए। प्रियंका को अगर जनता की समस्याओें से सरोकार होता तो वह कांग्रेस सरकार के दौरान हुई जमीनों की धांधलियों पर पश्चाताप करती। चंद्रमोहन ने कहा कि प्रियंका का सोनभद्र दौरा कांग्रेस की ओछी राजनीति का एक उदाहरण है। सोनभद्र में जमीनों का विवाद वर्ष 1955 से शुरू हुआ, जब कांग्रेस सरकार के दौरान ग्राम समाज की जमीन को एक निजी सोसायटी को पट्टा कर दिया गया था। कांग्रेस सरकार के दौरान सोनभद्र ही नहीं, प्रदेश के कई इलाकों में जमीनों की संस्थागत लूट हुई है। इस मुद्दे से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ही प्रियंका उम्भा गांव में हुई घटना के पीड़ितों से मिलने का नाटक कर रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस केवल लूट की राजनीति ही करना जानती है। कांग्रेस की इस लूट में सपा और बसपा भी बराबर के भागीदार हैं।

उल्लेखनीय है कि, प्रियंका ने इससे पहले उम्भा गांव जाने का प्रयास किया था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया था। प्रशासन ने उन्हें मिर्जापुर में ही हिरासत में ले लिया था। उन्हें चुनार के किले में रात भर रखा गया। अगली सुबह आदिवासी समुदाय के लोगों ने प्रियंका से चुनार के किले में ही मुलाकात की थी। गौरतलब है कि, गत 17 जुलाई को सोनभद्र जिले के उम्भा-सपही गांव में जमीन के विवाद को लेकर ग्राम प्रधान यज्ञदत्त की तरफ से हुई ताबड़तोड़ गोलीबारी में 10 ग्रामीणों की मौत हो गई थी।

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