ब्रेकिंग
पन्ना के 50 करोड़ के 'हीरे' का राज़ खुला! खनिज अधिकारियों की टीम ने सुलझाया सस्पेंस, क्या था पूरा रह... धार में चमत्कार! रातों-रात अरबपति बना आम शख्स, खाते में आ गई 2800 करोड़ से ज़्यादा की रकम झारखंड में बड़ा स्वास्थ्य घोटाला: थैलेसीमिया पीड़ित 5 बच्चों को चढ़ा HIV संक्रमित ब्लड, रिपोर्ट पॉजि... CM मोहन यादव का तत्काल एक्शन! गंभीर BJP नेता मुकेश चतुर्वेदी को ग्वालियर वेदांता में कराया एयरलिफ्ट,... समाज के लिए आस्था! 8 साल से छठी मैया का व्रत रख रही बलिया की किन्नर, बेहद दिलचस्प है उनके त्याग और भ... असिन के पति हैं ₹1300 करोड़ के मालिक, एक्ट्रेस असिन की संपत्ति जान उड़ जाएंगे आपके होश! रात में बल्ब के पास मंडराने वाले कीटों से हैं परेशान? अपनाएं ये 5 अचूक घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगी राहत हमास से हुआ सीजफायर, फिर क्यों गाजा में अभी भी हमले कर रहा इजराइल? क्रिएटर्स को बड़ी राहत! Reels के दीवानों के लिए आया नया फीचर, अब ये दिक्कत नहीं आएगी सामने वास्तु शास्त्र: भूलकर भी घर की छत पर न रखें ये 5 चीजें, हो सकते हैं कंगाल, तुरंत हटा दें।
देश

खाली कराई गई चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी, केंद्र सरकार के अफसर भी फंसे; पत्नी की मौत

गुरुग्राम।  द्वारका एक्सप्रेस-वे के किनारे गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के 18 मंजिला डी टावर की छठी मंजिल के ड्राइंग रूम की छत बृहस्पतिवार को ढह गई। छत का मलबा पांचवीं मंजिल पर गिरा तो भूतल तक ड्राइंग रूम का हिस्सा ढह गया। बृहस्पतिवार शाम करीब पौने छह बजे हुए हादसे के बाद सोसायटी परिसर में चीख पुकार मच गई। इसी टावर में रहने वाले सेंट्रल वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक के एके श्रीवास्तव तथा उनकी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव मलबे में दब गए। गुरुग्राम के अग्निशमन विभाग के उप-निदेशक गुलशन कालरा ने बताया सुनीता की मौत हो चुकी है, लेकिन एके श्रीवास्तव अब तक फंसे हुए हैं। वहीं, हालात को देखते हुए प्रशासन ने 18 मंजिला टावर को लोगों से पूरी तरह खाला करा लिया गया है। इसके अलावा, हादसे में जिला प्रशासन के निर्देश पर बिल्डर अशोक सोलोमन के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत थाना बजघेडा में मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने मामले की गहनता से छानबीन भी शुरू कर दी है।

एके श्रीवास्तव पत्नी के साथ रह रहे थे उनके बच्चे विदेश में रहते हैं। पहली मंजिल में रहने वाली एकता की मौत हुई। हादसे में कई लोग घायल हैं। मलबे में दबे लोगों को निकालने का कार्य देर रात तक चल रहा है। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) तथा फायर बिग्रेड और अन्य एजेंसियों की टीम मलबा हटाने में लगी हुई है।सोसायटी में कुछ 18 टावर है। सभी टावरों में लोग में लोग रहते हैं। टावरों की गुणवत्ता को लेकर यहां रहने वाले लोग पहले भी सवाल खड़ा कर चुके हैं।

दैनिक जागरण ने अपनी खबरों में कई टावर की जर्जर हालत दर्शा सोसायटी प्रबंधन को आइना भी दिखाया। बताते हैं कि डी टावर के छठी मंजिल पर स्थित फ्लैट के ड्राइंग रूम के हिस्से में सी¨लग लगाने में छह श्रमिक लगे हुए थे। वह ड्रिल मशीन का भी प्रयोग कर रहे थे। काम करते वक्त ही छत का लेंटर गिरा और उसके मलबे से भूतल तक उसी हिस्से की छत टूटती चली गई। पहली मंजिल पर रहने वाली एक महिला के पैर में मलबा गिरने से फ्रेक्चर हो गया।

वहीं, मलबा निकालने जाने का कार्य रातभर जारी रहा। सोसायटी में बने कई टावरों में 530 फ्लैट हैं। 420 परिवार रहते हैं। सभी सदमें में है। डी टावर में रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित जगह पर लाया गया है। लोग यही कह रहे थे बिल्डर की मनमानी और लापरवाही तथा संबंधित अधिकारियों की उदासीनता के चलते हादसा हुआ ।

सोसाइटी में हैं 530 फ्लैट

गुरुग्राम के द्वारका एक्सप्रेस के समीप सेक्टर 109 चिंटल पैराडिसो सोसाइटी के डी टावर की छटी मंजिल पर काम चल रहा था। इसी दौरान ब्लॉक डी टावर 4 के लिविंग रूम से छत गिरना शुरू हुई तो लगातार ग्राउंड फ्लोर तक नीचे आ गिर गई। इस सोसाइटी में करीब 530 फ्लैट हैं और 420 फैमिली रह रही है।

Edited By: Jp Yadav

Related Articles

Back to top button