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कश्मीरी लड़कियों के लिए फरिश्ता बने ये सिख दोस्त, मुश्किलों से न डरते हुए सही सलामत पहुंचाया घर

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद माहोल को शांत रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लगा दी गई। फोन इंटरनेट सेवाएं सब बंद कर दी गई लेकिन अब हालात सामान्य नज़र आ रहे हैं। वहीं घर से दूर पढ़ाई कर रहे छात्रों को अपनी घर वापिसी के लिए काफी मुश्किल हो रही है। जम्मू- कश्मीर की 32 छात्राओं को सही-सलामत घर पहुंचाने का जिम्मा उठाने वाले सिख समुदाय के तीन दोस्तों की कहानी सोशल मीडिया पर खूब तारीफ बटोर रही है। कोई इन्हें 32 छात्राओं के लिए फरिश्ता बता रहा है, तो किसी को फिल्म बजरंगी भाईजान का किरदार याद दिला रहा है। सोशल मीडिया पर तो इस सिख नौजवानों की तारीफें हो रही है पर कश्मीर में तैनात आर्मी के अफसरों ने भी इन तीन दोस्तों के जज्बे को भी सराहा है।

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370  हटाए जाने के बाद नर्सिंग की पढ़ाई कर रही 32 लड़कियां सोशल मीडिया पर कश्मीरियों को लेकर वायरल मैसेज की वजह से खौफजदा थीं। बुरी तरह डरीं ये लड़कियां किसी भी कीमत पर अपने घर वापस जाना चाहती थीं, लेकिन कश्मीर के हालात ऐसे नहीं थे कि वो वापस लौट पातीं। ऐसे में एक फेसबुक पोस्ट को पढ़कर इन लड़कियों ने इन लोगों से संपर्क किया। दिल्ली के तीन दोस्त हरमिंदर सिंह अहुलवालिया, अरमीत सिंह और बलजीत सिंह बबलू सिंह आगे आए और उनको सही-सलामत अपने घर पहुंचाया।

बता दें कि पूरे कश्मीर में फ़ोन, इंटरनेट सब बंद था और हालात को देखते हुए कहीं आना जाना भी आसान नहीं था। फिर भी इन लोगों ने हालात के सामने घुटने नहीं टेके। पहले सभी 32 लड़कियों को दिल्ली और फिर वहां से श्रीनगर पहुंचाया गया। कई लड़कियां शोपियां और दूसरे जिलों से थीं और उन्हें भी एक एक कर उनके घर पहुंचाया गया। माता-पिता भी तनाव के माहौल में अपनी बच्चियों की हिफ़ाजत के लिए परेशान थे, ऐसे में जब वो उनके सामने आईं तो उन्होने उसे सीधे गले से लगा लिया। मां भी अपनी बच्ची को सही सलामत देखकर ख़ुद को रोक नहीं पाईं। बच्चियों की मां ने बच्चियों के सही सलामत घर पहुंचाने के लिए तीनों सिख दोस्तों का शुक्रियां अदा किया।

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