जबलपुर में हनी ट्रैप गैंग सक्रिय, एसपी के पास दर्जनों शिकायत

जबलपुर। जबलपुर में खूबसूरत महिला और उसकी हनी ट्रैप गैंग जमकर सक्रिय हैं। बताया गया है कि इस गैंग में तीन वकील भी शामिल हैं। हनी ट्रैप के अबतक ४ मामलें प्रकाश में आये है, जिनकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने भरोसा दिलाया है कि इस पर कार्रवाई की जाएगी, जो भी लोग पीड़ित हैं वे उनसे संपर्वâ कर शिकायत दर्ज करा सकते है।
पुलिस अधीक्षक तक पहुंची शिकायतों के मुताबिक महिला अपनी खूबसूरती और अदाओं के जाल में रईसजादों को फंसाती है, फिर रेप का आरोप लगाकर लाखों रुपए की मांग करती है। ये हनीट्रैप गैंग अब तक कई लोगों को शिकार बना चुकी है। हाल ही में इस गैंग का ताजा मामला प्रकाश में आया है। घमापुर में रहने वाली इस महिला ने आदर्शनगर के ३० वर्षीय युवक को फंसाकर उसके पिता से १५ लाख रुपये की मांग की। हनी ट्रैप गैंग के शिकार कई लोगों ने पुलिस अधीक्षक को आपबीती सुनाई।
बताया गया है कि यह गैंग २०१६ से चल रही है पहला मामला २०१६ में उस समय प्रकाश में आया था जब घमापुर में विकास रामख्यानी नाम के व्यवसायी को इस महिला ने फंसाया था। फिर रेप का केस दर्ज करा दिया। ब्लैकमेल किया तो मजबूरी में उसे समझौता करके शादी करनी पड़ी। उसकी सारी संपत्ति हड़प कर आरोपी महिला ने डिंडौरी में दोबारा रेप का केस करा दिया। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है।
इसी प्रकार महिला का दूसरा शिकार कानपुर का व्यवसायी अर्चित सलूजा बना। महिला ने सोशल मीडिया के जरिए अर्चित से दोस्ती की। फिर अपने साथी मनीष मेघवानी के साथ मिलकर ४० लाख रुपए की मांग की। पैसे नहीं मिले तो गैंग के वकीलों के साथ मिलकर रेप केस करा दिया। अर्चित ने महिला और मनीष मेघवानी के खिलाफ कानपुर की कोर्ट में परिवाद दायर किया है। उनके परिवार ने एक आवेदन जबलपुर पुलिस अधीक्षक को भी दिया है।
इसी तरह महिला ने तिलवारा निवासी विकास समतानी को अपना शिकार बनाया और उसके खिलाफ २०२१ में तिलवारा थाने में रेप का केस दर्ज कराया। यह मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है। विकास समतानी ने पुलिस को की शिकायत में आरोप लगाया है कि २० लाख रुपए की मांग की गई थी। पैसे नहीं मिले तो उसे भी रेप के केस में फंसा दिया गया।
महिला ने इसी तरह आर्दश नगर निवासी बेकरी व्यवसायी मोहित डुडेजा को अपना शिकार बनाया। १५ लाख रुपये नहीं मिलने पर गोरखपुर में रेप का केस दर्ज कराया।
सूत्रों की मानें तो इस गिरोह ने अब तक दर्जन भर से अधिक व्यापारियों को इसी तरह फंसा कर लाखों रुपए हड़पे हैं। जो नहीं मानता, उसे रेप के केस में फंसा दिया जाता। महिला के साथ ये वकील भी थाने में शिकायत दर्ज कराने जाते हैं। हनी ट्रैप गैंग में तीन वकीलों के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। जिला कोर्ट में पैरवी करने वाले ये वकील ही सबसे पहले शिकार को कॉल कर धमकाते हैं। पहले दबाव बनाया जाता है कि रेप केस से बचना चाहते हो तो ले.देकर समझौता कर लो। बातचीत कोडवर्ड में होती है। जैसे १५ किलो चावल लगेगा या २५ किलो आटा देना होगा। इसका मतलब १५ या २५ लाख रुपए से होता है।