इंदौर। 2024-25 सत्र में प्रवेश को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन जारी कर दी है। स्नातक प्रथम वर्ष में पात्रता संबंधित दिशा-निर्देश भी दिए है, जिसमें बारहवीं के बाद आईटीआई करने वाले विद्यार्थी भी प्रवेश ले सकेंगे। साथ ही यूजी डिप्लोमा धारक भी प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे। आईटीआई और डिप्लोमा में 45 से 50 प्रतिशत से ऊपर अंक होना चाहिए। मेरिट के आधार पर विद्यार्थी को सीट आवंटित की जाएगी। विभाग के मुताबिक रजिस्ट्रेशन के बाद विद्यार्थियों को प्रवेश शुल्क जमा करना होगा। उसके बाद ही च्वाइस फीलिंग कर सकेंगे। उसके बाद ही कॉलेजों की सीटें आवंटित की जाएगी।
विभाग ने दो चरण आनलाइन काउंसलिंग का रखा है, जिसमें विद्यार्थियों को पंजीयन करवाने के बाद अंकसूची, मूल निवासी, जाति-आय प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज का सत्यापन करवाना होगा। फिर च्वाइस फीलिंग में हिस्सा लेना है। करीब पंद्रह पसंदीदा कॉलेज व कोर्स के बारे में बताना है। विद्यार्थियों को मेरिट के आधार पर कॉलेज मिलेगा। बाद में फीस की पहली किस्त ऑनलाइन देना होगी। उसके बाद कॉलेज में शेष राशि जमा करना होगी। विभाग ने अल्पसंख्यक कॉलेजों के लिए भी ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया रखी है। बस इसके लिए अलग से वेबसाइट रखी है, जिसमें संस्थानों को पंजीयन करवाना है। कोर्स, सीट संख्या, फीस के बारे में जानकारी भरना है।
करना होगी कार्रवाई
विभाग ने विद्यार्थियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि पंजीयन के दौरान गलत जानकारी और फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने पर कार्रवाई की जाएगी। इसका अधिकार सत्यापन करने वाले प्राध्यापकों व कालेज प्राचार्य को दिया है। साथ ही फर्जी दस्तावेज देने वालों को काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर किया जाएगा।
देना होंगी सूची
प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से पहले विभाग ने सभी विश्वविद्यालय को संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की सूची मांगी है। यह काम अप्रैल अंतिम सप्ताह तक पूरा करना होगा। ताकि कालेजों को प्रवेश प्रक्रिया से जुड़ा जा सके। वहीं कालेजों को अपनी प्रोफाइल भी अपडेट करना है।