ब्रेकिंग
डोनाल्ड ट्रंप में चाचा चौधरी जैसे गुण… मनोज झा ने कहा- अमेरिकी राष्ट्रपति को सदी का सबसे बड़ा झूठा क... कहां से लाते हैं ऐसे लेखक… जब सिंदूर ही उजड़ गया फिर ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों? संसद में जया बच्चन ... मेले से लड़कियों की किडनैपिंग का था प्लान, उठाने आए तो बच्चियों ने कर दिया हमला… ऐसे बचाई खुद की जान बाराबंकी: हाइवे किनारे मिला महिला पुलिसकर्मी का शव, चेहरे पर डाला हुआ था तेजाब… जांच में जुटी पुलिस ‘कोई छिपा हुआ कक्ष नहीं’… जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार पर ASI का बयान, बताया- जीर्णोद्धार में क्या-क्... घर में घुसा बदमाश, युवती पर छिड़का पेट्रोल और… रांची में मचा हड़कंप फार्मासिस्ट बोला- मुझसे शादी करोगी? नर्स भी मान गई, दोनों के बीच बने संबंध… फिर लव स्टोरी का हुआ दर्... कैसा होगा UP का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन? यात्रियों को मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मनसा देवी भगदड़ में घायल महिला की मौत, इलाज के दौरान तोड़ा दम; मरने वालों की संख्या बढ़ी वीकेंड पर दिल्ली में होगी भयंकर बारिश, जानें अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?
विदेश

अमेरिकी जनता के सामने सुनवाई, पता चलेगा कितना सच और कितना झूठ बोलते हैं ट्रंप

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग जांच में आज से खुली सुनवाई होने जा रही है। अमेरिकी संसद के निचले सदन(हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स) में बुधवार और शुक्रवार के दिन महाभियोग मामले की जांच की खुले में सुनवाई होगी, जिसे टीवी पर पूरा अमेरिका देखेगा यानि ट्रंप के महाभियोग जांच में गवाहों का एक-एक बयान जनता के सामने होगा।

कैसे होगी सुनवाई ?

यह सुनवाई संसद के निचले सदन(हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स) में होगी। यह सुनवाई खुले में होगी। इससे पहले इसी सदन में 24 सितंबर से महाभियोग मामले में ही बंद कमरे में सुनवाई चल रही थी। अब यह सुनवाई बंद कमरे से निकलकर खुले मंच पर(जनता के सामने) पहुंच गई है। जांच में शामिल हाउस ऑफ इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ का कहना है कि महाभियोग जांच की खुले में सुनवाई होने से लोगों को गवाहों और उनके बयानों को सुनकर उसका मूल्यांकन करने का मौका मिलेगा।

पहले कहां हुई सुनवाई ?

बता दें, इससे पहले महाभियोग मामले में संसद के निचले संदन(हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) में ही बंद कमरे में सुनवाई चल रही थी। लेकिन बंद कमरे में सुनवाई के करीब 6 हफ्ते बाद इस मामले की बुधवार को खुली सुनवाई शुरू होगी।

कितने घंटे होगी सुनवाई ?

बुधवार से शुरू होने वाली सुनवाई डेढ़ घंटे चलेगी। इसमें हाउस ऑफ इंटेलिजेंस कमेटी के चेयरमैन एडम शिफ और एक वरिष्ठ सदस्य रिपब्लिकन डेविन नंस को 45-45 मिनट का समय दिया जाएगा। इस दौरान वह गवाहों से महाभियोग जांच में पूछताछ करेंगे। इसके अलावा कुछ समय वह अपने वकीलों को भी दे सकते हैं।

किन गवाहों से होगी पूछताछ ?

बंद कमरे में हुई पूछताछ में कुछ गवाहों ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं, जो काफी चौंकाने वाले हैं। अब गवाहों के इसी बयान को अमेरिकी जनता के सामने लाने की कोशिश होगी। इन गवाहों में यूक्रेन में अमेरिकी के शीर्ष राजदूत बिल टेलर, डिप्टी असिस्टेंट राज्य सेक्रेटरी जॉर्ज केंट के साथ ही यूक्रेन में पूर्व अमेरिकी राजदूत मैरी योवानोविच शामिल हैं। इन सभी गवाहों से बारी-बारी से पूछताछ की जाएगी। महाभियोग जांच की खुले में सुनवाई का उद्देश्य राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ साक्ष्यों को और अधिक मजबूत करना है।

पहले दिन इन गवाहों से होगी पूछताछ

बुधवार से शुरू होने वाली सुनवाई में महाभियोग मामले में  महत्वपूर्ण गवाहों, अमेरिका के दो वरिष्ठ राजनयिक रहे बिल टेलर और जॉर्ज केंट से पूछताछ होगी। जबकि यूक्रेन में पूर्व अमेरिकी राजदूत रहीं मैरी योवानोविच की गवाही होगी। बता दें, टेलर और मैरी ने बंद कमरे में हुई सुनवाई में ट्रंप के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।

बिल टेलर, यूक्रेन में शीर्ष अमेरिकी राजनयिक रहे हैं। वह आज महाभियोग जांच में गवाही देंगे।

वहीं यूक्रेन में ही एक और पूर्व राजदूत  रहे जॉर्ज केंट से भी आज खुली सुनवाई के दौरान पूछताछ की जाएगी।

यूक्रेन में पूर्व अमेरिकी राजदूत मैरी योवानोविच भी उन गवाहों में शामिल हैं, जिनसे इस मामले में पूछताछ की जाएगी।

ट्रंप पर क्या हैं आरोप ?

ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में अपने राजनीतिक फायदे के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमीर जेलेंस्की से कहा था कि अगर वे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और उनके बेटे हंटर बिडेन के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले की जांच करेंगे, तभी उन्हें अमेरिका की ओर से सैन्य सहायता मिलेगी। बता दें, बिडेन 2020 में राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से ट्रंप को चुनौती देने वालों में सबसे आगे चल रहे हैं।

अमेरिका में महाभियोग का इतिहास

अमेरिकी संसद के इतिहास में अबतक 4 राष्ट्रपतियों के खिलाफ महाभियोग जांच सामने आई है। ट्रंप चौथे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिनके खिलाफ महाभियोग जांच चलाई जा रही है। इससे पहले सिर्फ तीन अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ ऐसे मामले सामने आए हैं। 1968 में एंड्रयू जॉनसन और 1998 में बिल क्लिंटन के खिलाफ महाभियोग की जांच अपने अंतिम चरण तक पहुंच गई लेकिन पास नहीं हो सकी। जबकि महाभियोग की आशंका में 1971 में रिचर्ड निक्सन ने कार्यवाही पूरी होने से पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button