लखनऊ नगर निगम की ओर से बनाए गए आहना ग्रीन्स में फ्लैट खरीदने वालों की तादाद अचानक बढ़ गई है. अगर आप भी यहां पर फ्लैट खरीदना चाहते हैं तो आपके पास बेहतरीन मौका है, क्योंकि 648 फ्लैट में से 468 फ्लैट बिक चुके हैं और बाकी बचे 208 फ्लैट का रजिस्ट्रेशन चालू है. आवेदन के लिए आप नगर निगम की साइट पर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा नगर निगम के लालबाग और जोनल ऑफिस से आवेदन फॉर्म ले सकते हैं.
दरअसल, नगर निगम ने शहीद पथ के पास औरंगाबाद खालास में 18 लाख से लेकर 71 लाख रुपये की कीमत के 648 फ्लैट बनाए थे. इस सोसाइटी का नाम रखा गया आहना एनक्लेव. यहां फ्लैटों की बिक्री 2021 से शुरू की गई थी, लेकिन शुरुआती दौर में सिर्फ 216 फ्लैट ही बिके थे. इसके बाद नगर निगम ने कई कोशिश की, बावजूद इसके फ्लैट बिक नहीं रहे थे. 2024 में नगर निगम ने सोसाइटी का नाम बदलकर आहना ग्रीन्स कर दिया.
अब तक 260 फ्लैट बिक चुके हैं
सोसाइटी का नाम आहना ग्रीन्स होने के बाद ही यहां पर फ्लैट खरीददारों के आवेदन अचानक से बढ़ गए. नाम बदलने के बाद अब तक 260 फ्लैट बिक चुके हैं. अभी यहां पर एमआईजी-2 जी+6 के 45 फ्लैट (कीमत 31.50 लाख), एमआईजी-1 जी+6 के 4 फ्लैट (कीमत 39 लाख), एचआईजी जी+8 के 55 फ्लैट (कीमत 71 लाख) और एचआईजी, जी+3 के 4 फ्लैट (कीमत 71 लाख) बचे हुए हैं, जिनके आवेदन खोले गए हैं.
नाम बदलने के बाद फ्लैट की बिक्री में आई बढ़ोतरी से नगर निगम खुश है और उसे 160 करोड़ रुपये की आय हो चुकी है. अब नगर निगम की ओर से कोशिश है कि सभी फ्लैट को जल्दी से जल्दी बेचकर नए प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाए. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि बचे हुए फ्लैट को बेचने के लिए एक डेडिकेटेड टीम बनाई गई है… फ्लैट की बिक्री के बाद हम 2025 में नए आवासीय योजना को लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं.
अहाना ग्रीन्स में क्या सुविधाएं हैं?
नगर निगम का यह प्रोजेक्ट शहीद पथ के पास है. यहां से पीजीआई, एयरपोर्ट और चारबाग रेलवे स्टेशन ज्यादा दूर नहीं है. यहां पर 800 गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा है. इसके अलावा नगर निगम ने एसटीपी, कम्युनिटी सेंटर और बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क का भी निर्माण कराया है. मौजूदा समय में यहां पर 200 से अधिक परिवार रह रहा है और आसपास कई व्यवासियक प्रतिष्ठान है.