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प्रकाश जावड़ेकर का बयान, तरक्की के साथ-साथ भी हो सकती है पर्यावरण की रक्षा

नई दिल्लीः पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर तथा मंत्रालय में राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने शनिवार को अपना-अपना कार्यभार सँभाल लिया। जावड़ेकर और सुप्रियो ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में यहाँ इंदिरा गाँधी पर्यावरण भवन में कार्यभार सँभाला। इस अवसर पर दोनों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और शुभकामनाएँ दीं।

जावड़ेकर ने बाद में संवाददाताओं से बात करते हुये कहा ‘‘कुछ लोग ऐसा समझते हैं कि पर्यावरण की रक्षा करनी है तो तरक्की रोको, लेकिन यह सही नहीं है। तरक्की और पर्यावरण की रक्षा साथ-साथ संभव है, यह हमने दिखाया है और आगे भी दिखायेंगे।’’  जावड़ेकर ने कहा कि मंत्रालय का कार्यभार सँभालने की उन्हें खुशी है। इस मंत्रालय का काम पंच तत्त्वों – पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि और आकाश – की रक्षा करना है।  उल्लेखनीय है कि जावड़ेकर को पर्यावरण के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गयी है जिसका कार्यभार उन्होंने शुक्रवार को ही सँभाल लिया था।

राज्यसभा सांसद जावड़ेकर पिछली सरकार में भी दो साल के लिए पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं। वह 26 मई 2014 से 05 जुलाई 2016 तक इस पद पर रहे थे। उसके बाद उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी थी। सुप्रियो ने कहा कि जावड़ेकर के साथ काम करना बेहतरीन अनुभव होगा। उनके पास अनुभव है और वह जिंदादिल इंसान हैं। उनके साथ काम कर काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

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