ब्रेकिंग
"रेबीज वैक्सीन पर ग्लोबल रार": ऑस्ट्रेलिया की 'नकली वैक्सीन' वाली चेतावनी से हड़कंप; भारतीय कंपनी ने... "कश्मीर में दहलाने की साजिश नाकाम": नेशनल हाईवे पर मिला शक्तिशाली IED, सुरक्षाबलों ने टाला बड़ा आतंक... "ठाणे में नजीब मुल्ला का 'शक्ति अवतार'": हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे NCP नेता; महानगर पालि... "जेल से लड़ा जाएगा चुनावी रण": पोते के कत्ल के आरोप में बंद महिला को अदालत से मिली 'राहत'; अब ठोकेंग... "दिल्ली में 'ऑपरेशन आघात' से हड़कंप": नए साल से पहले सड़कों पर उतरी पुलिस, एक साथ सैकड़ों अपराधियों ... "लोकतंत्र है या तानाशाही?": राहुल गांधी ने घेरा— "कैबिनेट को अंधेरे में रखकर बदले जा रहे नाम, केंद्र... "मनरेगा पर आर-पार की लड़ाई": खरगे का मोदी सरकार को सीधा चैलेंज, बोले— "गरीबों का हक छीनने नहीं देगी ... "बेगूसराय में 'नकली साहब' का खेल खत्म": डीएसपी बनकर बेरोजगारों को ठग रहा था शातिर, दारोगा बनाने के न... "छपरा में मातम: ठंड से बचने का जतन बना काल": बंद कमरे में अलाव जलाकर सोए थे परिजन, दम घुटने से 4 की ... "पाली में खूनी दामाद का तांडव": तलवार लेकर ससुराल में घुसा शख्स; पत्नी और सास-ससुर को लहूलुहान कर मच...
देश

Nirbhaya case : फांसी से बचने के लिए SC पहुंचा पवन, क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल

नई दिल्ली। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में फांसी की सजा पाए चारों दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की है। याचिका में दोषी पवन ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की है।

तिहाड़ में फंदे की रस्सी की रोजाना हो रही जांच

पटियाला हाउस कोर्ट द्वार निर्भया के दोषियों के लिए जारी डेथ वारंट के अनुसार तीन मार्च को सुबह छह बजे उन्हें फांसी पर लटकाया जाना है। जेल सूत्रों का कहना है कि अभी फांसी को लेकर तैयारी इस तरह की जा रही है कि इसकी भनक दोषियों को न लगे। फांसी प्लेटफॉर्म की सफाई रोजाना हो रही है। फंदे की रस्सी को जिस बक्से में रखा गया है उसे प्रतिदिन देखकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि रस्सी में फफूंद या कोई अन्य समस्या तो नहीं है।

बता दें कि रस्सी को नरम करने के लिए बटर या पके केले का इस्तेमाल किया जाता है। फंदे की कुछ रस्सी ऐसी भी है जिनपर पूर्व में ट्रायल के दौरान बटर का इस्तेमाल किया गया था, इनपर फफूंद लगने की आशंका रहती है।

पूर्व में उपयोग में आए फंदे की रस्सी का इस्तेमाल आने वाले समय में ट्रायल के दौरान किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि आशंका है कि यदि दोषियों को फांसी से जुड़ी तैयारी की भनक लगी तो उनका व्यवहार आक्रामक हो सकता है। ऐसे में जेल प्रशासन अभी किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। सूत्रों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी भी रोजाना एक बार फांसी घर परिसर का जायजा लेते हैं ताकि यदि कहीं कोई जरूरी कार्य कराना हो तो उसे तत्काल कराया जा सके। बता दें कि फांसी घर से कुछ ही दूरी पर निर्भया के दोषियों को सेल में रखा गया है लेकिन सेल ऐसी जगह पर हैं जहां से फांसी घर देखना संभव नहीं है। हालांकि, कुछ सेल ऐसे भी हैं जो फांसी घर के बिल्कुल पास हैं। यहां से फांसी घर आसानी से देखा जा सकता है। हालांकि, अभी तक निर्भया के दोषियों को इस सेल में नहीं रखा गया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button