ब्रेकिंग
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी: जस्टिस सूर्यकांत देश के अगले मुख्य न्यायाधीश नियुक्त, 24 नवंबर को शपथ ग्रहण... दिल्ली दंगा: सत्ता परिवर्तन की 'खूनी साज़िश'! पुलिस के खुलासे ने राजनीतिक गलियारों में मचाया हड़कंप संजय सिंह ने BJP को घेरा: 'छठ पूजा में रुकावट डालने वालों का झूठ अब बेनकाब, छठी मैया से माफ़ी माँगे भ... बिहार चुनाव हुआ खूनी! मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक की गोली मारकर हत्या, चुनावी हिंसा भड़काने... फैन्स की धड़कनें तेज! भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल पर संकट के बादल, क्या 'रिजर्व डे' ही बचाएगा महामुका... रणवीर सिंह को सीधी चुनौती! ‘धुरंधर’ से भिड़ने वाले साउथ सुपरस्टार ने चला बड़ा दाँव, क्या बॉलीवुड एक्टर... साजिश का सनसनीखेज खुलासा! अलीगढ़ में मंदिरों पर 'I love Mohammad' लिखने वाले निकले हिंदू युवक, 4 गिर... मुंबई में घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा: RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने वाले सनकी आरोपी का पुलि... TikTok विवाद सुलझाने की अंतिम कोशिश? बैन हटाने के लिए चीन ने तैयार किया 'बड़ा प्रस्ताव', जल्द हो सकती... जीवन में चाहिए अपार सफलता? आज से ही ब्रह्म मुहूर्त में उठना शुरू करें, जानिए 3 काम जो आपकी किस्मत बद...
उत्तरप्रदेश

संभल मस्जिद है विवादित ढांचा… इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आदेश में लिखा

इलाहाबाद हाई कोर्ट में मंगलवार को संभल स्थित शाही जामा मस्जिद से संबंधित सफेदी और सफाई की मांग वाली याचिका पर सुनवाई हुई है. इस दौरान हाई कोर्ट ने आदेश में संभल मस्जिद की जगह विवादित ढांचा लिखा. दरअसल, हिन्दू पक्ष के वकील की मांग पर आदेश में विवादित ढांचा लिखा गया है. वहीं, यूपी सरकार की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को बताया है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति राज्य की ओर से बनाए रखी जा रही है.

सुनवाई के दौरान वकील हरि शंकर जैन ने कोर्ट से मस्जिद को ‘विवादित संरचना’ के रूप में संदर्भित करने के लिए कहा, जिसके बाद जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल ने स्टेनो से विवादित ढांचा शब्द लिखने को कहा. अब इलाहाबाद हाई कोर्ट मस्जिद कमेटी की अर्जी पर 10 मार्च को सुनवाई करेगा.

ASI की रिपोर्ट हो खारिज- मस्जिद कमेटी की मांग

सुनवाई के दौरान ASI की रिपोर्ट पर मस्जिद कमेटी ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई. ASI ने मस्जिद कमेटी की आपत्ति पर जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा, जिसके बाद अदालत ने ASI को जवाब दाखिल करने के लिए समय दिया. मस्जिद कमेटी का कहना है कि मस्जिद की साफ-सफाई शुरू हो गई है, लेकिन नमाज के लिए सफेदी की भी इजाजत दी जाए. इसके अलावा मस्जिद समिति ने हाई कोर्ट से एएसआई की रिपोर्ट खारिज करने की मांग की है और कहा है कि एएसआई गार्जियन है, मालिक नहीं.

सफेदी की जरूरत मस्जिद में नहीं देखी- ASI

ASI के वकील ने कहा कि हमने सफेदी की जरूरत मस्जिद में नहीं देखी है. पिछली सुनवाई में ASI ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि सफेदी की जरूर नहीं है, सफाई कराई जा सकती है. हाई कोर्ट ने मस्जिद कमेटी को ASI की रिपोर्ट पर आपत्ति दाखिल करने की अनुमति दी थी. दरअसल, संभल की जामा मस्जिद प्रबंधन समिति ने अर्जी दायर की है और अर्जी में रमजान महीने के मद्देनजर संभल की जामा मस्जिद की सफेदी और सफाई की मांग की गई है.

शाही जामा मस्जिद पर कब बढ़ा विवाद?

शाही जामा मस्जिद पर विवाद इस दावे से जुड़ा है कि मस्जिद का निर्माण ऐतिहासिक हरिहर मंदिर के ऊपर किया गया था. 24 नवंबर, 2024 को मस्जिद के सर्वे के लिए अदालत के आदेश के बाद तनाव काफी बढ़ गया, जिसके कारण हिंसक झड़पें हुईं और चार लोगों की मौत हो गई. इस घटना ने मामले को लेकर कानूनी और सांप्रदायिक जटिलताओं को और गहरा कर दिया, जिसने कानूनी पर्यवेक्षकों और स्थानीय समुदायों दोनों का व्यापक ध्यान आकर्षित किया. शुक्रवार को जारी एक पूर्व आदेश में कोर्ट ने एएसआई को मस्जिद परिसर की सफाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन रमजान से पहले सफेदी करने की अनुमति नहीं दी थी. कोर्ट ने मस्जिद का निरीक्षण करने और इसकी स्थिति पर एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए तीन सदस्यीय एएसआई टीम के गठन का भी आदेश दिया था.

Related Articles

Back to top button