क्या ईरान पर होने वाला है सबसे बड़ा हमला? अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा-तेहरान खाली करो

G7 समिट के लिए कनाडा रवाना होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने बड़ा बयान दिया है, जिसके बाद ईरान में हड़कंप मच गया है. इजराइल और ईरान के एक दूसरे के ऊपर जारी हमलों के बीच ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा, “ईरान को उस ‘समझौते’ पर हस्ताक्षर करना चाहिए था जिस पर मैंने उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए कहा था. यह कितनी शर्म की बात है, और मानव जीवन की बर्बादी है. सीधे शब्दों में कहें तो, ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता. मैंने यह बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!”
ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने की बात ट्रंप पहले भी कई बार कह चुके हैं. लेकिन उन्होंने इसबार लोगों से तेहरान खाली करने के लिए कहा है, जिसका मतलब है कि तेहरान पर कोई बड़े हमले की योजना बनाई जा रही है. पहले ही इजराइल तेहरान में कई बड़े हमले कर चुका है, जिनमें सैन्य ठिकानों के साथ-साथ नागरिक इमारतें को भी निशाना बनाया गया था.
तेहरान में जारी है पलायन
इजराइल के जारी हमलों के बाद से ही तेहरान छोड़ कर लोग दूसरे शहरों में जा रहे हैं, जिसकी वजह से रविवार को सड़कों पर जाम जैसी स्थिति बन गई थी. ट्रंप के बयान के बाद ये पलायन और बढ़ गया है.
इजराइल हमले में शामिल नहीं होगा अमेरिका
CBS की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि वे ईरान पर इजराइली हमले में शामिल नहीं हुए हैं. भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को बैठक बुलाने का निर्देश दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वाशिंगटन हमलों में शामिल होगा, इसमें यह भी कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सदस्य हमेशा तैयार रहते हैं, यहां तक कि पिछले हफ्ते इजराइल द्वारा ईरान पर हमले शुरू करने के बाद से वह तैयार हैं.
ईरान-इजराइल युद्ध
शुक्रवार 13 जून को ईरान की न्यूक्लियर साइट और सैन्य ठिकानों पर इजराइल के हमले करने के बाद से दोनों देश एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं. अपने 5 वे दिन में दाखिल हुई इस लड़ाई में ईरान के करीब 30 सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिकों समेत लगभग 230 लोगों की मौत हो गई है और 1200 से ऊपर घायल हैं. वहीं इजराइल में 24 से ज्यादा लोगों की मौत और लगभग 250 घायल हैं.