ब्रेकिंग
डोनाल्ड ट्रंप में चाचा चौधरी जैसे गुण… मनोज झा ने कहा- अमेरिकी राष्ट्रपति को सदी का सबसे बड़ा झूठा क... कहां से लाते हैं ऐसे लेखक… जब सिंदूर ही उजड़ गया फिर ऑपरेशन का नाम सिंदूर क्यों? संसद में जया बच्चन ... मेले से लड़कियों की किडनैपिंग का था प्लान, उठाने आए तो बच्चियों ने कर दिया हमला… ऐसे बचाई खुद की जान बाराबंकी: हाइवे किनारे मिला महिला पुलिसकर्मी का शव, चेहरे पर डाला हुआ था तेजाब… जांच में जुटी पुलिस ‘कोई छिपा हुआ कक्ष नहीं’… जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार पर ASI का बयान, बताया- जीर्णोद्धार में क्या-क्... घर में घुसा बदमाश, युवती पर छिड़का पेट्रोल और… रांची में मचा हड़कंप फार्मासिस्ट बोला- मुझसे शादी करोगी? नर्स भी मान गई, दोनों के बीच बने संबंध… फिर लव स्टोरी का हुआ दर्... कैसा होगा UP का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन? यात्रियों को मिलेंगी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मनसा देवी भगदड़ में घायल महिला की मौत, इलाज के दौरान तोड़ा दम; मरने वालों की संख्या बढ़ी वीकेंड पर दिल्ली में होगी भयंकर बारिश, जानें अगले 5 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?
मध्यप्रदेश

देखते ही देखते पानी की तेज धारा में बह गए पशु

मध्य प्रदेश के मैहर जिले से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने जनसुरक्षा और पशु कल्याण पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां रामनगर नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड क्रमांक चार के करौंदिया मोहल्ले में तेज बारिश के बाद उफनते नाले में सैकड़ों गाय और बैल बहते नजर आए. यह दृश्य न सिर्फ विचलित करने वाला था, बल्कि ये स्थानीय प्रशासन की अनदेखी को भी उजागर करता है.

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे मवेशी पानी की तेज धार में फंसे हुए हैं और बहते चले जा रहे हैं. स्थिति इतनी भयावह थी कि कई मवेशियों की जान जाने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों ने जान की बाजी लगाकर कई मवेशियों को बचा लिया. करौंदिया गांव, जो कि नगर परिषद की सीमा में आता है, वहां तक कोई सुरक्षित या पक्का रास्ता मौजूद नहीं है.

इस वजह से हुआ ये हादसा

स्थानीय लोगों के अनुसार, गांववालों ने मवेशियों को बलपूर्वक पानी में उतार दिया, जिससे यह हादसा हुआ. अगर समय पर अन्य ग्रामीणों ने सूझबूझ न दिखाई होती, तो बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हो सकती थी. मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया.

प्रशासन पर बढ़ा दबाव

वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन पर कार्रवाई और जवाबदेही का दबाव बढ़ गया है. गांव में सुरक्षित रास्ते के अभाव में पशुओं की जान पर बन गई. जहां एक तरफ प्रशासन आपदा प्रबंधन और ग्रामीण विकास की योजनाओं का दावा करता है, वहीं करौंदिया जैसे गांव जमीनी सच्चाई को उजागर करते हैं.

इस घटना ने प्रशासनिक सुस्ती, बुनियादी सुविधाओं की कमी और पशु कल्याण के प्रति लापरवाही को उजागर कर दिया है. फिलहाल इस पूरे मामले पर मैहर प्रशासन ने पांच लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. इन सभी पर कार्रवाई की जाएगी.

Related Articles

Back to top button