ब्रेकिंग
राष्ट्रपति ने दी मंजूरी: जस्टिस सूर्यकांत देश के अगले मुख्य न्यायाधीश नियुक्त, 24 नवंबर को शपथ ग्रहण... दिल्ली दंगा: सत्ता परिवर्तन की 'खूनी साज़िश'! पुलिस के खुलासे ने राजनीतिक गलियारों में मचाया हड़कंप संजय सिंह ने BJP को घेरा: 'छठ पूजा में रुकावट डालने वालों का झूठ अब बेनकाब, छठी मैया से माफ़ी माँगे भ... बिहार चुनाव हुआ खूनी! मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक की गोली मारकर हत्या, चुनावी हिंसा भड़काने... फैन्स की धड़कनें तेज! भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल पर संकट के बादल, क्या 'रिजर्व डे' ही बचाएगा महामुका... रणवीर सिंह को सीधी चुनौती! ‘धुरंधर’ से भिड़ने वाले साउथ सुपरस्टार ने चला बड़ा दाँव, क्या बॉलीवुड एक्टर... साजिश का सनसनीखेज खुलासा! अलीगढ़ में मंदिरों पर 'I love Mohammad' लिखने वाले निकले हिंदू युवक, 4 गिर... मुंबई में घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा: RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने वाले सनकी आरोपी का पुलि... TikTok विवाद सुलझाने की अंतिम कोशिश? बैन हटाने के लिए चीन ने तैयार किया 'बड़ा प्रस्ताव', जल्द हो सकती... जीवन में चाहिए अपार सफलता? आज से ही ब्रह्म मुहूर्त में उठना शुरू करें, जानिए 3 काम जो आपकी किस्मत बद...
पंजाब

2 भाइयों का झगड़ा सुलझाना पड़ोसी को पड़ गया भारी, जो हुआ जान कांप जाएगी रूह

मलोट: 2 भाइयों के बीच झगड़ा सुलझाने गए एक पड़ोसी युवक को धारदार हथियार से घायल कर दिया गया। घायल युवक की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, जिसके बाद लंबी पुलिस ने मृतक के पिता के बयानों पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

इस संबंध में चरणजीत कौर पत्नी सखराज सिंह वासी लंबी ने बताया कि 12 जुलाई की रात 10:30 बजे थे। वह अपने घर पर थी। तभी पड़ोसी गुरतेज सिंह की पत्नी उसके पास आई और बोली कि उसका बेटा हरजीत सिंह जीती उसके छोटे भाई को पीट रहा है। आप आकर उसके बेटे को बचा लीजिए। चरणजीत कौर का कहना है कि गुरतेज सिंह के घर पर झगड़े होते रहते थे और वे पड़ोसी होने कारण झगड़ा सुलझाने के लिए जाते थे। उस रात भी वह दोनों भाइयों के बीच झगड़ा सुलझाने के लिए अपने घर से निकली थी। साथ ही उसका बेटा नवदीप सिंह उर्फ अर्शदीप भी उसके साथ गया था। उन्होंने देखा कि जीती उसके छोटे भाई को पीट रहा था। जिस पर अर्शदीप ने दोनों भाइयों को लड़ने से रोका और अपने छोटे भाई को जीती से छुड़ाया।

इस पर हरजीत सिंह जीती गुस्से में आ गया और कमरे के अंदर चला गया। अंदर से वह एक तेजधार गांडासा लाया और अपने बेटे अर्शदीप के सिर पर जोर से वार कर दिया। अर्शदीप गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पहले बादल और फिर एम्स बठिंडा ले जाया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए न्यूरोलॉजिस्ट ने उसे एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया।

जहां रविवार देर रात उसकी मौत हो गई। इस संबंध में लंबी के मुख्य अधिकारी इंस्पेक्टर गुरविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने पहले मृतक के पिता सुखराज सिंह पुत्र चानण सिंह के बयानों पर हरजीत सिंह जीती विरुद्ध तेजधार हथियार से हमला करने सहित अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था। 20 जुलाई को इलाज के दौरान अर्शदीप की मौत हो गई। जिसके बाद लंबी पुलिस ने उपरोक्त मामले में हत्या के संगीन आरोप के तहत जुर्म बढ़ा दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी हरजीत सिंह जीती को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Related Articles

Back to top button