ब्रेकिंग
दिल्ली-NCR में झमाझम बारिश से हुई अगस्त की शुरुआत, दिन भर मौसम करेगा निराश, UP-बिहार और राजस्थान से ... ‘ब्रेकअप नहीं हुआ मेरा, अब तो तेरे ही सामने…’, भतीजे संग भागी चाची का पति को जवाब, दिया ये चैलेंज बरेली में जमीन खरीदना हुआ महंगा, सर्किल रेट में 20% की बढ़ोतरी, जानें किस इलाके की जमीन सबसे महंगी सन ऑफ सरदार 2 को पहले पार्ट का बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ने के लिए कितना कमाना पड़ेगा? ओवल टेस्ट के पहले ही दिन मैच से बाहर हुआ ये खिलाड़ी, अब नहीं खेलेगा मैच! तुर्की की रणनीति में बड़ा बदलाव, नहीं चाहता फिलिस्तीन पर हुकूमत करे हमास सोने की कीमतों में आई गिरावट, 10 ग्राम खरीदने के लिए देने होंगे इतने रुपये Google Play Store के सीक्रेट फीचर्स, नुकसान से बचाने में ऐसे करता है मदद अगस्त में पर्व, त्योहारों की रहेगी धूम…नोट कर लें सबकी डेट और शुभ मुहूर्त, कहीं कोई पर्व छूट ना जाएं... बेजान और ऑयली स्किन को चमकदार बनाने के लिए ट्राई करें ये 5 घरेलू फेस मास्क
मध्यप्रदेश

छुट्टी से पहले ही स्कूल से घर जा रहे थे Students, DEO ने की चैकिंग तो…

लुधियाना : शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और शिक्षा सचिव के दिशा-निर्देशों पर जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) रविंदर कौर ने शुक्रवार को राजकीय प्राथमिक स्कूल दुगरी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल में साफ-सफाई, शौचालय, पीने वाला पानी, किचन गार्डन, रसोई, दफ्तरी रिकॉर्ड, किताबें और वर्दियां आदि की जांच की गई।

डी.ई.ओ. रविंदर कौर ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया है कि सभी कक्षाओं के विद्यार्थी स्कूल समय से पहले घर जा रहे थे, जिसके बारे में पूछे जाने पर स्कूल प्रमुख कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। मिड-डे मील की रसोई में गंदगी और मकड़ी के जाले लगे पाए गए। स्कूल प्रमुख को मिड-डे मील संबंधी विभागीय निर्देशों की कोई जानकारी नहीं थी और न ही साप्ताहिक मेनू का पालन किया जा रहा था।

शनिवार होने के बावजूद बच्चों को फल नहीं दिए गए। मिड-डे मील में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसे तुरंत रोकने के निर्देश दिए गए। सब्जियों में मसालों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। चौथी कक्षा के विद्यार्थियों की जांच में शैक्षणिक स्तर बेहद कमजोर पाया गया।

मौके पर बुलाए सी.एच.टी. से मांगा स्पष्टीकरण

डी.ई.ओ. ने बताया कि स्कूल में लगभग 600 विद्यार्थी हैं और सिर्फ 20 अध्यापक हैं। ऐसे में कमरों की भारी कमी के कारण स्कूल को दो शिफ्टों में चलाने के निर्देश मौके पर ही दिए गए। डी.ई.ओ. ने कहा कि स्कूल में अनुशासन, साफ-सफाई और शिक्षा के स्तर में तुरंत सुधार की जरूरत है। रविन्दर कौर ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ अध्यापक अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के नेतृत्व में पंजाब सरकार शिक्षा क्रांति के तहत सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि समय की मांग के अनुसार सरकारी स्कूलों का विकास किया जा रहा है और भविष्य में भी इस तरह के निरीक्षण जारी रहेंगे।

Related Articles

Back to top button