ब्रेकिंग
बिहार में वोटर लिस्ट समीक्षा का 94.68% काम पूरा, 7 दिन में 41 लाख फॉर्म मिलने बाकी सीओ ऋषिका सिंह ने कांवड़ियों के पैर दबाए, कहा- ड्यूटी के साथ ये मेरा फर्ज पीएम मोदी ने नीतीश के विकास कार्यों की तारीफ की, CM ने ₹7,200 करोड़ के प्रोजेक्ट्स के लिए जताया आभार कांवड़ यात्रा में कम क्यों आ रहे श्रद्धालु? पिछले साल के मुकाबले घट गई संख्या, ये है एक बड़ी वजह छप्पर पर रखी कंघी में लिपटा था सांप, बाल संवारने को लगाया हाथ तो महिला को डसा, मौत जस्टिस वर्मा ने जांच रिपोर्ट को SC में दी चुनौती, महाभियोग प्रक्रिया की सिफारिश को भी किया चैलेंज नौसेना के बेड़े में शामिल होगा INS निस्तर, दुश्मन के मंसूबों को नाकाम करेगा साइलेंट किलर सरकार से संपर्क करिए… निमिषा प्रिया को लेकर दायर नई याचिका पर बोला सुप्रीम कोर्ट दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक… 80 से ज्यादा स्कूलों को मिली बम की धमकी AAP नेताओं पर जांच का शिकंजा, पूर्व सीएम आतिशी ने गुजरात उपचुनाव के नतीजों से जोड़ा
देश

काम पर लौटें आंदोलन कर रहे चिकित्सक, नहीं तो होगी कार्रवाईः ममता बनर्जी

कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के आंदोलनरत कनिष्ठ चिकित्सकों से बृहस्पतिवार को चार घंटे के भीतर काम पर लौटने को कहा और इस निर्देश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले तीन दिनों से चिकित्सकीय सेवाएं बाधित होने के मद्देनजर ममता आज सरकारी एसएसकेएम अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने पुलिस को परिसरों को खाली कराने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मरीजों के अलावा किसी अन्य को परिसर में जाने की अनुमति नहीं दी जाए।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह आंदोलन प्रतिद्वंद्वी दलों के षड्यंत्र का हिस्सा है। ममता के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रलय का भी प्रभार है। उन्होंने कहा, ‘कनिष्ठ चिकित्सकों का आंदोलन माकपा और भाजपा का षड्यंत्र है।’ ममता ने दावा किया कि बाहर के लोग चिकित्सकीय कॉलेजों और अस्पतालों में व्यवधान डालने के लिए घुस आए हैं। कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में एक चिकित्सक पर हमला और उसे गंभीर रुप से घायल किए जाने की घटना के बाद से चिकित्सक मंगलवार से आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने ममता के सामने ‘‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे भी लगाए। प्रदर्शन के मद्देनजर पिछले दो दिनों में राज्य में कई सरकारी चिकित्सकीय कॉलेजों एवं अस्पतालों और कई निजी चिकित्सकीय सुविधाओं में आपातकालीन वार्ड, बाह्य सुविधाएं और कई रोगविज्ञान इकाइयां बंद हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button