मध्य प्रदेश में बीज माफिया हावी, खनन माफिया की तरह अफसरों से गुंडागर्दी

नर्मदापुरम/पिपरिया : मध्य प्रदेश में खनन माफिया तो बेलगाम हैं ही. खनन माफिया की गुंडागर्दी की घटनाएं आम हो गई हैं. अब खाद माफिया और बीज माफिया भी खनन माफिया की राह पर चल निकले हैं. खाद माफिया और बीज माफिया भी खनन माफिया की तरह सरकारी अधिकारियों पर हमला करने से पीछे नहीं हट रहे. अब नर्मदापुरम में भी बीज माफिया द्वारा कृषि अधिकारी से गुंडागर्दी की घटना सामने आई है.
कृषि अधिकारी से बदसलूकी का वीडियो वायरल
खाद व बीज माफिया द्वारा शासकीय अधिकारियों को धमकाने के वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल होते हैं. अब नर्मदापुरम जिले में सरकारी काम के दौरान धमकाने का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें बीज विक्रेता महिला अधिकारी से बदसलूकी कर रहा है. मामला नर्मदापुरम जिले के पिपरिया का है. बीज विक्रेता ने वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के साथ गालीगलौज और अभद्रता की है.
कृषि अधिकारी से मारपीट की कोशिश
कृषि अधिकारी को बीज विक्रेता ने सैंपल देने से मना कर दिया. दुकान में रखें गड़बड़ बीज को अपना मानने से इनकार कर दिया. कृषि अधिकारी ने दुकान में रखे बीज के नमूने लेने पर जोर दिया तो दुकानदार मारने पर उतारू हो गया. इसके बाद महिला अधिकारी ने मौके पर ही वीडियो बनाना शुरू किया तो दुकानदार अधिकारी के साथ अभद्रता करने लगा. इस पूरे मामले में वरिष्ठ कृषि अधिकारी निराली आर्य ने मंगलवारा थाने में चैन सिंह ठाकुर के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कराया है.
कृषि अधिकारी को निलंबित कराने की धमकी
वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी व सह बीज निरीक्षक निराली आर्य अपने स्टाफ के साथ हथवास स्थित मां श्री कृषि सेवा केंद्र पहुंचीं. वहां स्टाफ को बीज के नमूने लेने और निरीक्षण करने के निर्देश दिए. दुकान संचालक चैन सिंह ठाकुर ने निरीक्षण कराने और सैंपल देने से मना कर दिया. उसने शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए महिला अधिकारी व स्टाफ को गालियां दी और अभद्र व्यवहार किया. दुकानदार मारपीट करने पर उतारू हो गया. उसने महिला अफसर को निलंबित करवाने तक की धमकी दे दी.
शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस
इस मामले में थाना प्रभारी गिरीश त्रिपाठी ने बताया “वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी बीज का सैंपल लेने के लिए दुकान में गई थीं. इसी दौरान दुकानदार ने उनके साथ अभद्रता की. वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज कर पूरे मामले को जांच में लिया गया है.”
नकली बीज से कई जिलों में सोयाबीन की फसल चौपट
इससे पहले भी प्रदेश में कई स्थानों पर नकली बीज मिलने की शिकायतें आ चुकी हैं. सागर, विदिशा, रतलाम, मंदसौर, रतलाम व सीहोर सहित कई जिलों में सोयाबीन के नकली बीज बेचे गए. जब खेतों में बीज सड़ने लगे तो किसानों ने जिम्मेदारों तक शिकायतें पहुंचाईं. विदिशा जिले में तो खुद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान खेतों में उतरे थे. शिवराज ने खुद नकली बीजों को सामने खेत में सड़ते देखा.
केंद्रीय कृषि ने खेतों में खुद देखे नकली बीज
केंद्र सरकार ने घटिया उर्वरकों, कीटनाशकों और बीजों की बिक्री के खिलाफ सख्त कानून लाने की बात कही है. नए कानून के तहत घटिया खाद, कीटनाशक और बीज बेचने या देने पर अधिकतम सजा का प्रावधान होगा. अभी तक इस तरह की गड़बड़ी के लिए बहुत कम जुर्माने का प्रावधान है. सरकार किसानों को नुकसान से बचाने के लिए सरकार यह कदम उठाने जा रही है.
नकली बीज बेचने वालों को होगी जेल
दिल्ली में मक्का सम्मेलन के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटिया बीज, खाद और कीटनाशक की बिक्री पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था “सरकार घटिया बीज, खाद और कीटनाशकों की बिक्री के खिलाफ सख्त कानून बनाने जा रही है. घटिया बीज बेचना या देना किसानों के साथ धोखा है.”
शिवराज ने कहा था “मैं घटिया बीज उपलब्ध कराए जाने की शिकायत मिलने पर किसान के खेत में गया, जहां मैंने स्थिति की जांच की और पाया कि घटिया बीज बोने के कारण किसान के खेत में अंकुरण नहीं हुआ, जिसके कारण बुवाई बर्बाद हो गई और फसलें बर्बाद हो गईं. इसकी पूरी जांच की जाएगी कि यह बीज कहां से आया और किसने बेचा। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”






