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CWC19 : टीम इंडिया के फील्डिंग कोच का बयान, इन तीन खिलाड़ियों को बताया फिसड्डी

नाटिंघम : टीम इंडिया के फील्डिंग कोच आर श्रीधर के अनुसार जसप्रीत बुमराह अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण पिछले तीन वर्षों में अपने क्षेत्ररक्षण में आमूलचूल सुधार करने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गये हैं। बुमराह के एक्शन को समझना दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिये परेशानी का सबब रहा है, लेकिन वह चपल क्षेत्ररक्षक नहीं थे। श्रीधर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच बारिश की भेंट चढ़ जाने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘जहां तक क्षेत्ररक्षण का सवाल है तो बुमराह सबसे कड़ी मेहनत करने वाले खिलाड़ियों में से एक है।जब वह 2016 में टीम से जुड़े थे तब से लेकर अब तक उनके क्षेत्ररक्षण में आमूलचूल सुधार हुआ है. हालांकि अब भी इस पर काम चल रहा है, लेकिन उन्होंने बहुत सुधार किया है।’’

उन्होंने कहा कि अपने खेल में सुधार करने की प्रतिबद्धता के कारण ही गुजरात का यह तेज गेंदबाज यह बदलाव कर पाया। श्रीधर ने कहा, ‘‘फिटनेस के बढ़ते स्तर के साथ खिलाड़ियों की मानसिकता और फिर हम उसमें क्षेत्ररक्षण के तकनीकी पहलुओं तथा जागरुकता और उम्मीदों को जोड़ देते हैं। इसलिए इन सभी के जोड़ से निश्चित तौर पर उन्हें क्षेत्ररक्षण स्तर में सुधार करने में मदद मिली।’’ श्रीधर ने कहा कि बुमराह, केदार जाधव और युजवेंद्र चहल जैसे कुछ खिलाड़ी नैसर्गिक एथलीट नहीं हैं, लेकिन वे अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करते हैं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुकूल स्तर हासिल करते हैं।

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