ब्रेकिंग
बोकारो से अपहृत ठेका कर्मी जयंत सिंह की हत्या, गिरिडीह से शव बरामद; 6 गिरफ्तार दुमका में कड़ाके की ठंड ने छीनी 2 जिंदगियां! आग तापते समय दो महिलाओं की मौत…मची चीख-पुकार रिम्स के बाद हरमू नदी, बड़ा तालाब और डैम होंगे अतिक्रमण मुक्त! हाईकोर्ट का आदेश- दो हफ्ते में करें प... धनबाद के एक घर में लगी भीषण आग, दो की मौत, बेटे-बहू की हालत गंभीर साहिबगंज के उधवा पक्षी अभयारण्य रामसर साइट घोषित, प्रवासियों पक्षियों का बना सुरक्षित जोन रांची में नवविवाहिता की संदेहास्पद मौत, परिजनों ने ससुरालवालों पर लगाया हत्या का आरोप झारखंड में सताने लगी है सर्दी , रांची का न्यूनतम पारा 6 डिग्री पहुंचा, ठंड के मामले में गुमला दूसरे ... सुकमा में नया सुरक्षा कैंप, माओवाद प्रभावित इलाके में मजबूत होगी पकड़, विकास को मिलेगी रफ्तार मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान: स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था सुधार पर जोर,डीईओ का औचक निरीक्षण "जो भी यात्रा होती है वह यूनिवर्सिटी के नियमानुसार और परमिशन से होती है", सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग क...
व्यापार

शेयर बाजार में हाहाकार! Sensex-Nifty में बड़ी गिरावट, रुपया पहुंचा पाताल में, निवेशकों की धड़कनें तेज

16 दिसंबर की सुबह भारतीय शेयर बाजार के लिए अच्छी खबरें लेकर नहीं आई. हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को दलाल स्ट्रीट पर सुस्ती की चादर लिपटी नजर आई. मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच भारतीय बाजार जब खुला, तो लाल निशान की गहराई देखकर निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आईं. शुरुआती कारोबार में ही बिकवाली का ऐसा दबाव बना कि निफ्टी 26,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को भी नहीं बचा पाया और उसके नीचे फिसल गया.

लाल निशान में बाजार

कारोबार की शुरुआत बेहद कमजोर रही. बीएसई का सेंसेक्स (Sensex) शुरुआती मिनटों में ही 325.76 अंक टूट गया और 0.38 फीसदी की गिरावट के साथ 84,887.60 के स्तर पर आ गया. दूसरी ओर, एनएसई निफ्टी (Nifty) भी संभल नहीं सका और 99 अंकों की गिरावट के साथ 25,928.30 पर ट्रेड करता दिखा.

बाजार की चाल को गहराई से देखें तो गिरावट का दायरा काफी बड़ा था. ट्रेडिंग सेशन के दौरान करीब 1226 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि महज 896 शेयर ही हरे निशान में अपनी जगह बना पाए. 166 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ. अगर सेक्टर के हिसाब से बात करें तो निफ्टी के सभी प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में ही ट्रेड कर रहे थे, जो बाजार में चौतरफा कमजोरी का संकेत है.

बिकवाली के इस माहौल में दिग्गज शेयरों की भी शामत आई. एक्सिस बैंक (Axis Bank), श्रीराम फाइनेंस (Shriram Finance), हिंडाल्को (Hindalco), टाइटन कंपनी (Titan Company) और मैक्स हेल्थकेयर (Max Healthcare) जैसे बड़े नामों पर भारी दबाव देखा गया. हालांकि, इस गिरते बाजार में भी अपोलो हॉस्पिटल्स (Apollo Hospitals) और एसबीआई (SBI) जैसे कुछ शेयरों ने मजबूती दिखाई और वे गेनर्स की लिस्ट में शामिल रहे.

पाताल में पहुंचा रुपया

सिर्फ शेयर बाजार ही नहीं, बल्कि करेंसी मार्केट से भी आम आदमी और इंपोर्टर्स के लिए झटके वाली खबर आई. मंगलवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने इतिहास के सबसे निचले स्तर (All Time Low) पर खुला. बाजार खुलते ही रुपया 90.81 प्रति डॉलर के भाव पर आ गया, जबकि पिछले सत्र में यह 90.75 पर बंद हुआ था. रुपये की यह कमजोरी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि इससे आयात महंगा होता है. शुरुआती कारोबार में रुपये ने 90.7500 से लेकर 90.8690 के बीच का रेंज दिखाया.

जापान से लेकर कोरिया तक कोहराम

भारतीय बाजार की इस गिरावट के तार विदेशी बाजारों से भी जुड़े हैं. दरअसल, एशियाई बाजारों में आज भारी बिकवाली का दौर देखने को मिला, जिसका असर घरेलू सेंटिमेंट पर पड़ा. गिफ्ट निफ्टी (Gift Nifty) पहले ही 86 अंकों की गिरावट के साथ कमजोरी का संकेत दे रहा था. जापान का निक्केई इंडेक्स 738 अंकों की भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था, जो वहां के बाजार में घबराहट को दिखाता है. हांगकांग के हैंग सेंग और कोरियाई बाजार कॉस्पी में करीब 2 फीसदी से ज्यादा की बड़ी गिरावट दर्ज की गई. ताइवान के बाजार में भी 477 अंकों से ज्यादा की बिकवाली रही. सिंगापुर के स्ट्रेट टाइम में भी सुस्ती थी.

Related Articles

Back to top button